
भास्कर ब्यूरो वाराणसी। केंद्र सरकार द्वारा लाये गये कृषि बिल के विरोध में दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों का धरना समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों के इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन को विभिन्न किसान संगठनों के अलावा विपक्षी राजनैतिक दलों का पूरा सहयोग मिल रहा है। इसी क्रम में शनिवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में विधानसभा शिवपुर, ब्लॉक चिरईगांव के डुबकियां, नरपतपुर, पहाड़ियां, नरायनपुर इत्यादि गांवों में सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ के नेतृत्व में गांव के किसानों के साथ किसान पदयात्रा निकाली गयी।
इस दौरान कार्यकर्ताओं एवं किसानों के द्वारा कृषि विरोधी कानूनों के प्रति विरोध जताया गया। विभिन्न गांवों से होती हुई पदयात्रा नरायनपुर स्थित इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंची, जहां चैपाल लगाकर किसानों को काले कानून के बारे में बताया गया। चैपाल में विचार व्यक्त करते हुए जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ ने कहा कि समाजवादी पार्टी की नींव किसान, गांव, गरीब, खेत, खलिहान ही है।
गांधी, लोहिया ने जो सपना किसानों के लिए देखा था उस दिशा में कदम बढ़ाते हुए मुलायम सिंह यादव जी ने चुंगी प्रथा समाप्त किया था। इसके अलावा समाजवादी पार्टी की सरकार ने किसानों की कर्जमाफी भी कराने का काम किया। वर्तमान भाजपा सरकार नई कृषि बिल लाकर किसानों को अपने ही जमीन पर गुलाम बनाने का षड़यंत्र कर रही है। गन्ना किसानों का अरबो रुपया बकाया है, फसलो को छुट्टा आवारा पशु नष्ट कर रहे हैं, नहरों में पानी नही है। बाजार में गेहूं का दाम कम और गेहूं बीज का दाम ज्यादा है जो पिछले साल के मुकाबले 300 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है। इस ओर सरकार का ध्यान नही है।
किसान पदयात्रा व चैपाल कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनन्द मौर्य, राधाकृष्ण उर्फ संजय यादव, संजय मिश्र, अखिलेश यादव (यूथ विग्रेड) उमेश प्रधान, दयाराम यादव, प्यारेलाल यादव, किसान दशरथ यादव, कन्हैया प्रधान, रवींद्र, विश्वनाथ, सजंय चाचू, रोशन यादव, अजीत सिंह, दिनेश वीरेंद्र पाठक, पवन यादव, अमरजीत, विकास, यादव, विशाल, नरायन सोनकर, जय प्रकाश मुशे, इंतियाज, राहुल, नरसिंह यादव, जयशेर यादव आदि लोग उपस्थित थे।











