टीबी हारेगा देश जीतेगा के पहले चरण के अभियान की शुरुआत

बरेली । राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान 26 दिसंबर से शिरुवात हुई जिसमें पहले चरण में अनाथालय के बच्चों की टीबी के साथ-साथ कोविड-19 की भी जांच कराई गईं।  इस बीच जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु से होने वाला रोग है।  जिसमें एक क्षय रोगी अपने संपर्क में आने वाले 10 से 12 स्वास्थ्य व्यक्तियों में क्षय रोग फैला सकता है।

इस दौरान उन्होंने बताया कि क्षय रोग और कोरोनावायरस के लक्ष्ण काफी सामान है। अगर किसी व्यक्ति को कोई भी लक्षण ऐसे नजर आए तो उसे कोरोना और क्षय दोनों की जांच कराना आवश्यक है। वही अनाथालय में मौजूद 40 बच्चों की कोविड-19 की जांच के साथ 4 बच्चों का टीबी के लक्षण के आधार पर बलगम की जांच के लिए सैंपल लिया गया *बच्चों को बताई गई जरूरी बातें* वही बच्चों को कुछ जरूरी बातें भी बताई गई उनको भीड़भाड़ वाले स्थानों पर कम से कम 2 गज दूरी के साथ मुंह पर मास्क व हाथों को बार-बार सैनिटाइज या साबुन से हाथ धोने जैसे नियमों का पालन करना बताया गया

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