
पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में गैंगेस्टर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू, अखंड प्रताप सिंह व गिरधारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज,
अजीत हत्याकांड के तार आजमगढ़ से जुड़े हैं
पुलिस शूटरों की सरगर्मी से कर रही तलाश,
पुलिस उनके गिरेबान तक जल्द पहुंच जाएगी जिस ने हत्यारे को दी थी पनाह!
आजमगढ़। बुधवार की शाम लखनऊ पॉश इलाके में मऊ जनपद के मोहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह को ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई गैंगवार के दौरान हुई गोलीबारी के बाद पूरे प्रदेश में जयराम की दुनिया के लोगों में हलचल मच गई वही जिले की योगी सरकार ने इसे मुख्तार अंसारी से का करीबी बता कर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है वही गुरुवार की अलसुबह आजमगढ़ जिले के कलेक्टर और कप्तान ने गैंगस्टर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू, सिंह का जीयनपुर कोतवाली स्थित 3 मंजिला मकान यह कहते हुए ध्वस्त किया जा रहा है कि मकान बनाने के दौरान नक्शा ही पास नहीं था जबकि सवाल यह उठता है कि जब मकान का निर्माण कार्य चल रहा था तो क्यों उस समय इस मकान पर कार्रवाई नहीं हुई फिलहाल ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू,अखंड प्रताप सिंह और वाराणसी के कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज की गई है. जानकारी के अनुसार पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह के साए की तरह रहने वाले गैंगवार गोलीकांड में घायल मोहर सिंह ने यह एफआईआर दर्ज कराई है।
आरोप है कि पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या के मामले में गवाही से रोकने के लिए अजीत सिंह की हत्या की गई है। पूर्व विधायक की हत्या के मामले में अगले हफ्ते अजीत सिंह की गवाही होनी थी। अजीत को गवाही न देने के लिए धमकाया भी जा रहा था। मोहर सिंह ने आरोप लगाया है कि कन्हैया उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर और उसके तीन शूटर्स ने फायरिंग कर घटना को अंजाम दिया।
बता दें कुंटू सिंह और अखंड प्रताप सिंह पूर्व विधायक हत्याकांड में जेल में बंद हैं। 2013 में आज़मगढ़ में पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड में अजीत सिंह चश्मदीद गवाह था।योगी की पुलिस शूटर्स की तलाश में जुटी हुई है।
बता दें लखनऊ का कठौता चौराहा बुधवार देर शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। हथियारबंद अपराधियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। कठौता चौराहे पर कई राउंड फायरिंग से सनसनी फैल गई। फायरिंग के दौरान अजीत सिंह का एक साथी मोहर सिंह भी घायल हुआ है। उसके पैर में गोली लगी है जिसके बाद उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तीन की संख्या में शूटरों ने यह हमला किया था। स्कॉर्पियो सवार अजीत सिंह को गोली मारने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए.
विभूतिखंड थाना क्षेत्र स्थित व्यस्त चौराहे पर सरेआम हुई गोलीबारी की वारदात की सूचना मिलने पर लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम गठित की गई है। पुलिस वारदात के बारे में जानकारी जुटाने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।













