बेटी के जन्म से घर में होती बरकत माता-पिता न करें भेदभाव: डीएम


शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय द्वारा शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल में रात्रि में जन्म देने वाली 13 नवजात बच्चियों एवं उनकी माताओं को खिलोने, फल, बिस्कुट, बेबी पाउडर, मच्छरदानी आदि वस्तुओं पर आधारित किट तथा जन्म प्रमाण पत्र का वितरण तथा जिला अस्पताल में कोविड टीकाकरण कार्य का भी निरीक्षण किया गया। इस अवसर मुख्यचिकित्साधिकारी विजय कुमार यादव, उप जिलाधिकारी सदर विक्रमादित्य सिंह मलिक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, महिला अस्पताल डा0 प्रभा रानी, जिला प्रोवेशन अधिकारी संजय यादव के अलावा जिला चिकित्सालय के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।


जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने इस अवसर पर सभी नवजात बच्चियों की माताओं को उनके जन्म दिन पर बधाई देते हुए कहा कि बेटी के जन्म से घर में बरकत व शोभा तथा परिवार वालों के लिए वरदान होती है। उन्होंने कहा कि बेटी और बेटे में भेदभाव करना रूढ़ीवादिता का प्रतीक है, क्योंकि वर्तमान समय में बेटी किसी भी स्तर पर और क्षेत्र में बेटे से पीछे नहीं है। उन्होंने आहवान किया कि माता-पिता बेटियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न बरतें और उनका पालन-पोषण भी बेटों की ही तरह करते हुए उन्हें अच्छे संस्कार भी उपलब्ध कराएं और उनको भी शिक्षा प्रशिक्षा के लिए लड़कों के समान अवसर प्रदान कराएं ताकि वे भी पूरे उत्साह और आत्म विशवास के साथ अपनी प्रतिभाओं को उजागर कर सकें और समाज एवं देश के विकास तथा निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकें।

इस अवसर पर जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय द्वारा चिकित्सालय द्वार पर बेटी बचाव-बेटी पढ़ाओ के जन जागरूकता के लिए स्थापित फिलैक्सी पर हस्ताक्षर भी किए गए। जिला महिला अस्पताल के अलावा प्रत्येक तहसील स्तरीय सरकारी अस्पतालों में रात्रि में जन्म देने वाली 07-07 नवजात बच्चियों एवं उनकी माताओं को खिलोने, फल, बिस्कुट, बेबी पाउडर, मच्छरदानी आदि वस्तुओं पर आधारित किट तथा जन्म प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।


( फोटो बिजनौर 01 )

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