मैनपुरी के रोडवेज बस स्टैंड के दीवारों में दो साल में ही आ गईं दरारें


– हजारों सवारियों का रोज होता है आवागमनमुकेश चतुर्वेदी
मैनपुरी- क्या शासन को गाजियाबाद के श्मशान घाट में हुई घटना जैसी घटना का इंतजार है। सपा शासनकाल में बनवाए गए शहर के आदर्श रोडवेज बस स्टैंड की दीवारों में दरारें आ गई हैं। शहर के प्रमुख रोडवेज बस स्टैंड से रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन होता है।


गौरतलव है कि सपा शासनकाल में मार्च 2015 में जिला के सांसद मुलायम सिंह यादव द्वारा शहर के रोडवेज बस स्टैंड का शिलान्यास किया था। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी उप्र राज्य निर्माण निगम को सौंपी गई थी। लगभग तीन साल तक चले निर्माण कार्य के बाद बर्ष 2018 माह जुलाई में बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू करा दिया गया। बस स्टैंड से दिल्ली, आगरा, कानपुर, इटावा आदि रूटों पर बसों का संचालन होता है। हर रोज बड़ी संख्या में यात्री बस स्टैंड पर पहुंचकर अपनी यात्रा शुरू करते हैं। वर्तमान में बस स्टैंड की दीवारें कई जगह चटक गई हैं। इसके बावजूद भी उस हिस्से की मरम्मत नहीं कराई गई है।

श्मशान घाट की घटना के बाद भी नहीं दिया ध्यान
गाजियाबाद के मुरादनगर के श्मशान घाट में हुई घटना के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस घटना में 25 लोगों की जान चली गई थी और डेढ़ दर्जन के लगभग घायल हुए थे। इस घटना के बाद से 50 लाख रुपये से अधिक की परियोजनाओं की जिला प्रशासन की ओर से जांच कराई जा रही है। हालांकि अभी तक रोडवेज बस स्टैंड की तरफ अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है। अधिकारियों की अनदेखी घातक हो सकती है।

पिछली साल फर्श पर उठे थे सवाल
शासन के निर्देश पर बस स्टैंड परिसर में बने फर्श की तकनीकी टीम द्वारा लगभग आठ महीने पूर्व जांच की गई थी। जांच में फर्श मानक विहीन मिलने पर शासन ने कार्यदायी संस्था को दोबारा फर्श बनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद करीब दो महीने पहले फर्श का दोबारा निर्माण कराया गया था।

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