शहजाद अंसारी

बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय ने कहा कि समाज सेवा एक ऐसा माध्यम है जिससे लोगों की हर क्षेत्र में मदद और सहायता की जा सकती है, लेकिन इसके लिए इच्छा शक्ति और समर्पण की भावना लाजमी है। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने निष्प्रयोज्य साईकिलों को कारामद कराकर उन्हें आमजन की सेवा और सुविधा के लिए तैयार किया, जो जिला बिजनौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में अनोखी और आकर्षक पहल है।
उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे भी अपने क्षेत्रों में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन कर क्षेत्रीय लोगों को लाभान्वित करने की योजना शुरू करें।
जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय मंगलवार को तहसील सदर के प्रांगण में बाईक्स आॅफ बिजनौर सोसाएटी के तत्वाधान में स्थानीय मजदूरों एवं जन सामान्य की सुविधा के लिए बाईक्स आॅफ बिजनौर के नाम से कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दूरस्थ क्षेत्रों के मजदूर, जिन्हें रेल द्वारा उनके गंतव्तयों पर पहंुचाया गया और किसी कारणवश वे लोग अपनी साईकिलें नहीं ले जा सके, ऐसी साईकिलों को मरम्मत कराकर उनके सदुपयोग के लिए योजना बनाई गई कि निष्प्रयोज्य हो चुकी साईकिलों को ठीक करा कर उनका समाज सेवा के रूप में प्रयोग किया जाए और उन्हें बिजनौर शहर और आस-पास के क्षेत्रों से आने वाले मजदूरों और जन सामान्य की सुविधा के लिए न्यूनतम किराए पर उपलब्ध कराया जाए ताकि वे अपनी जरूरत पूरी करने के बाद उसे किसी भी निर्धारित साईकिल स्टेण्ड पर जमा करा सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार साईकिल का प्रयोग करने वाले व्यक्ति को रिक्शा के खर्च से मुक्ति प्राप्त होगी वहीं दूसरी ओर अनावश्यक भीड़ पर भी समुचित नियंत्रण से आमजन को राहत मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि जो मजदूर अपनी साईकिलें छोड़ गए थे, उनमें से 20 से अधिक अपनी साईकिलें ले जा चुके हैं और अवशेष मजदूरों की साईकिलों का मुआवजा अदा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी यदि कोई प्रवासी मजूदर अपनी साईकिल होने का दावा करता है, उसे जिला प्रशासन द्वारा साईकिल उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम के संयोजक उप जिलाधिकारी सदर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने योजना के उद्देश्य और संचालन की जानकारी देते हुए बताया कि इसका मक़सद मजदूर, गरीब और जन सामान्य को शहरी क्षेत्र में आवागमन की सस्ती सेवा उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि शहर बिजनौर के 10 मुख्य स्थानों एवं चैराहों पर 10-10 साईकिल स्टेण्ड बनाए गए हैं, जहां स्थानीय दुकानदारों एवं पथ विक्रेताओं को स्टेण्ड मैनेजर बनाया गया है, जो अपने कार्य के साथ-साथ साईकिल संचालन व्यवस्था का कार्य भी देखेगें। उन्होंने बताया कि साईकिल का किराया न्यूनतम रखा गया है, चार से पांच घंटे के प्रयोग के लिए केवल 5 रूपये और 10 रूपये में पूरे दिन के साईकिल को आधार कार्ड अथवा मोबाईल नम्बर उपलब्ध करा कर प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में प्रथम माह निःशुल्क साईकिल सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिह, मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 ंिसंह द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम के दौरान औद्योगिक एवं व्यापारिक संस्थाओं द्वारा साईकिल आॅफ बिजनौर कार्यक्रम के सहयोग के लिए जिलाधिकारी को 75 हजार का चैक प्रदान किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी के0पी0 सिंह, डीएफओ डा0 एम0 सेम्मरन, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनोद कुमार गौड़, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विजय कुमार यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी, उद्योग एवं व्यापार संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।











