
शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने जिला आबकारी अधिकारी द्वारा बैठक में अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त करतेे हुए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को उनकी चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के निर्देश दिए तथा जिन नगर पालिकाओं में वसूली कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने पर संबंधित अधिशासी अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कर करेत्तर एवं राजस्व वसूली से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभागीय लक्ष्य को मासिक एवं वार्षिक लक्ष्य को शत प्रतिशत वसूली कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि शासन द्वारा लक्ष्य आवंटन होने पर वसूली प्रगति के कार्य में कोई बाधा उत्पन्न न होने पाए।
उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है, विभिन्न मदों में प्राप्त होने वाले कर से अनेक जन कल्याणकारी एवं विकास योजनाओं को संचालित किया जाता है, यदि लक्ष्य के सापेक्ष वसूली कार्य न होने से शासन द्वारा संचालित महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होते हैं।
जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय विकास भवन के सभागार में कर करेत्तर एवं राजस्व कार्यो की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्हांेनेे कहा कि कर वसूली का कार्य संतोषजनक नहीं है, सभी अधिकारीगण पूरी गंभीरता और निष्ठा के साथ वसूली लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करें। उन्होंने वाणिज्य कर, आबकारी, परिवहन, खनन, विधुत, सिचाई विभाग, वाट-माप, वानिकी की अच्छी प्रगति न होने पर नाराजगी व्यक्त कि तथा उन्हे सचेत करते हुए कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करना सुनिश्चित करे, इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही को सहन नही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि कर वसूली का कार्य पूरी गंभीरता और सजगता के साथ सम्पादित किया जाए और लक्ष्य के सापेक्ष मासिक और वार्षिक प्रगति सुनिश्चित की जाए और किसी भी अवस्था में करापवंचन न होने पाए। जिलाधिकारी ने तहसीलों की वसूली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि समस्त उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार वसूली के कार्यो पर ध्यान दे और वसूली के कार्य को शत प्रतिशत करना सुनिश्चित करे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कामता प्रसाद सिंह, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अवधेश कुमार मिश्र, प्रशासन विनोद कुमार गौड़, समस्त उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार,एवं समस्त ई0ओ0 नगर पालिका/नगर पंचायत सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।











