
पंचांग अनुसार महाशिवरात्रि का दिन बेहद ही खास होता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। वैसे तो हर महीने शिवरात्रि आती है लेकिन फाल्गुन मास की चतुर्दशी को आने वाली महाशिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है। महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन की रात का पर्व है।
इस बार महाशिवरात्रि का पावन पर्व 11 मार्च को मनाया जायेगा। इस पावन पर्व पर शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी की जाती है। शिवरात्रि के दिन रात में पूजा करना सबसे फलदायी माना गया है।
महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय:
शाम 06:27 से रात 09:29 तक
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय: रात 09:29 से 12:31 तक
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय: रात 12:31 से 03:32 तक
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय: रात 03:32 से सुबह 06:34 तक
इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष सामग्रियों के साथ की जाती है। पूजा जैसे पुष्प, बिल्वपत्र, भाँग, धतूरा, बेर, जौ की बालें, आम्र मंजरी, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, गन्ने का रस, दही, देशी घी, शहद, गंगा जल, साफ जल, कपूर, धूप, दीपक, रूई, चंदन, पंच फल, पंच मेवा, पंच रस, गंध रोली, इत्र, मौली जनेऊ, शिव और माँ पार्वती की श्रृंगार की सामग्री, वस्त्राभूषण, रत्न, पंच मिष्ठान्न, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन आदि।
व्रत विधि – महाशिवरात्रि की सुबह व्रती (व्रत करने वाला) जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद माथे पर भस्म का त्रिपुंड तिलक लगाएं और गले में रुद्राक्ष की माला धारण करें.
इसके बाद समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग की पूजा करें
श्रृद्धापूर्वक व्रत का संकल्प इस प्रकार लें-
शिवरात्रिव्रतं ह्येतत् करिष्येहं महाफलम्।
निर्विघ्नमस्तु मे चात्र त्वत्प्रसादाज्जगत्पते।।
यह कहकर हाथ में फूल, चावल व जल लेकर उसे शिवलिंग पर अर्पित करते हुए यह श्लोक बोलें-
देवदेव महादेव नीलकण्ठ नमोस्तु ते।
कर्तुमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।।
तव प्रसादाद्देवेश निर्विघ्नेन भवेदिति।
कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।
अब हम जानेंगे हर मूलांक (Birth Number) के अनुसार उनके लिए विशेष उपाए :
Number 1 – शिवजी का गुड़ के जल से अभिषेक करें और महादेव को लाल पेड़ा, लाल चंदन और कनेर का फूल अर्पित करें।
Number 2 – शिवजी को मनाने के लिए शुद्ध घी से उनका अभिषेक करें और चावल, कच्चा दूध, सफेद आर्क और शंख पुष्पी अर्पित करें।
Number 3 – भगवान शिव का हल्दीयुक्त दूघ से अभिषेक करें। साथ ही केसर, बेसन से बनी मिठाई और गेंदे के फूल चढ़ाएं।
Number 4 – भगवान शिव का तिल के तेल से अभिषेक करें और उन्हें उड़द से बनी मिठाई और शमी के फूल चढ़ाएं।
Number 5 – शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आप गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें भांग, दूब, मूंग और पान अर्पण करें।
Number 6 – भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए दही से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें शक्कर, चावल, सफेद चंदन और सफेद फूल चढ़ाएं।
Number 7 – भगवान शिव का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें और उन्हें दही-चावल का नैवेद्य, पीली सरसों तथा नाग केसर अर्पित करें।
Number 8 – भगवान शिव का नारियल पानी से अभिषेक करें और उड़द से बनी मिठाई तथा नीलकमल के फूल अर्पित करें।
Number 9 – भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। साथ ही उन्हें लाल रंग की मिठाई और लाल पुष्प चढ़ाएं।
अंक ज्योतिष सिद्धार्थ एस कुमार से आप जुड़ सकते हैं, उनके वेबसाइट www.numrovani.com के माध्यम से















