
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस मरीजों के मिलने का सिलसिला तेज हो गया है। यूपी में शुक्रवार को 393 नए कोरोना वायरस मरीज मिले हैं। जिसमें राजधानी लखनऊ के 90 कोरोना संक्रमित शामिल हैं। करीब एक महीने बाद एक दिन में चार संक्रमितों की मौत हुई है। इस समय सूबे में 6,06,609 लोगों को कोरोना ने अपने चपेट में लिया है। इनमें से 5,95,382 कोरोना संक्रमण से ठीक होकर घर वापसी कर चुके हैं। इस वक्त सूबे में 2470 एक्टिव मरीजों हैं।
कोविड अस्पताल को किया अलर्ट :- यूपी में कोरोना की बढ़ती संख्या को देखकर प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। और तुरंत अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएमओ-सीएमएस निर्देश जारी करते हुए कहाकि, जिलों में लेवल—1 के कोविड अस्पताल पांच दिन के नोटिस पर तैयार रहें। जब प्रदेश कोरोना वायरस की रफ्तार कुछ कम हुई तो स्वास्थ्य विभाग ने करीब 1.30 लाख कोविड-19 बेड़ों की व्यवस्था खत्म कर दी थी। और 3 फरवरी से इन सभी अस्पतालों में सामान्य ओपीडी शुरू की गई। पर अब जब कोरोना एक बार फिर गति पकड़ रहा तो इन सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गा है। यूपी में संक्रमित रोगियों को भर्ती करने के लिए लेवल-2 के 68 अस्पताल और लेवल-3 के 15 अस्पताल चल रहे हैं।
आरटीपीसीआर जांच जरूरी :- महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ डीएस नेगी ने बताया कि, जिन जिलों में अधिक मरीज आ रहे हैं वहां मरीजों की मैपिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एक मरीज के संपर्क में आने वाले करीब 25 लोगों में संक्रमण की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि नए मरीज लक्षणविहीन हैं इसलिए कम से कम 50 फ़ीसदी नमूनों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है।
बाहर आने वालों की जांच :- महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ डीएस नेगी ने बताया कि, दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर 24 घंटे जांच की व्यवस्था शुरू कर दी गई है।










