नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बीच-बीच में बयान देते रहते है. उन्होंने इस बार राम मंदिर निर्माण को लेकर एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने अपने बयान में देश में रहने वाले मुसलमानों को राम का वंशज बता डाला है. यही तक नहीं आगे उन्होंने यह भी कहा है कि भारत के मुसलमान प्रभु श्री राम के वंशज हैं मुगलों के नहीं. इसलिए इन मुसलमानों को मंदिर निर्माण के लिए शिया मुसलमानों की तरह आगे आना चाहिए. गिरिराज सिंह ने यह बयान बागपत में आयोजित एक रैली के दौरान लोगों को संबोधित करने के दौरान दिया है.
अपने भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि देश में 54 जिलों में हिंदुओं की संख्या कम हुई है. जिसकी वजह से देश के हालात बिगड़ रहे हैं. ऐसे में देखा गया है कि जहां हिन्दू समाज की जनसंख्या कम हुए हैं वहां सामाजिक समरसता टूटी है. इसलिए अल्पसंख्यकों की परिभाषा भी बदलनी चाहिए. क्योंकि जहां 5 या 10 प्रतिशत हैं वहां भी अल्पसंख्यक, और जहां किसी विशेष समुदाय की 90 प्रतिशत आबादी है वहां भी अल्पसंख्यक ही हैं. इसलिए इसके लिए कोई नई परिभाषा व नया कानून बनना चाहिए.
जनसंख्या के रोक थाम के लिए बने कानून
वहीं अपने भाषण के दौरान लोगों द्वारा राम मंदिर निर्माण और जनसंख्या कानून पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कि हर मोर्चे पर वोट के सौदागर खड़े हैं. इसलिए जिस दिन जनभागिता होगी उस दिन राम मंदिर भी बनेगा और जनसंख्या पर रोकथाम के लिए कानून भी बनेगा.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा दिया गया विवादित यह पहला बयान नहीं है. अभी हाल ही में एक अक्टूबर को कुछ इसी तरह से विवादित बयान दिया था. उस दौरान उनका कहना था कि जिस दिन हिंदुओं का खून खौलेगा काशी, मथुरा और अयोध्या तीनों ले लेंगे. क्योंकि कि मथुरा में श्री कृष्ण, काशी में भगवान शिव और अयोध्या में श्री राम है. इसलिए देश के हिन्दुओं का इम्तिहान ना लिया जाए.