
मेडिकल स्टाफ एवं छात्रों के द्वारा कोरोना महामारी के दौरान जनता को ठगने हेतु
थाना मानक नगर एवं पुलिस उपायुक्त मध्य की सर्विलांस टींम को यह सूचना प्राप्त हुई कि शहर में कतिपय स्थान पर रेमेडीसीवर इंजेक्शन जो कोरोना बीमारी के दौरान उपचार के काम में आती है के नाम पर नकली इंजेक्शन काफी मंहगे कीमत पर बेचे जा रहे हैं। रोगियों के उपचार के नाम पर इस प्रकार का अमानवीय कृत्य जिससे रोगियों की जान का खतरा बढ़ जाता है, के सम्बन्ध में इस प्रकार की सूचना पर अपर पुलिस उपायुक्त चिंरंजीव नाथ सिन्हा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। यह ज्ञात हुआ कि कौशल शुक्ला नामक व्यक्ति 15,000 रू0 में रेमडीसीवर इंजेक्शन जो DESREM के नाम से है, उपलब्ध करा रहा है। पुलिस टीम के द्वारा कौशल शुक्ला से फोन पर बातचीत कर उसे यह एहसास दिलाया गया कि कोरोना से पीड़ित एक व्यक्ति, जो मेरे परिजन हैं, उन्हें 06 रेमडीसीवर इंजेक्शन की आवश्यकता है। जितना भी पैसा चाहिए ले लीजिए लेकिन 06 रेमडीसीवर इंजेक्शन मुझे दे दीजिए। इस पर कौशल ने बताया कि 20,000 रू0 में एक इंजेक्शन मिलेगा। तत्पश्चात 15,000 रू0 में एक इंजेक्शन देने की बात तय हुई तब अवध हॉस्पिटल के आगे कनौसी पुल के नीचे उपरोक्त कौशल नामक व्यक्ति ने कॉलर को 01 घण्टे बाद आने को कहा वहाँ पर पहले से पुलिस टीम को सादे वस्त्रों में तैनात कर दिया गया। जैसे ही कौशल वहां पर आया और अपने बैग से इंजेक्शन निकालकर देने लगा तभी पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। उसके पास से 12 अदद रेमडीसीवर इंजेक्शन बरामद हुए, जिस पर Mylan Laboratories Bangalore एवं Gilead Sciences, Inc.के लाइसेंस के अन्तर्गत निर्मित का स्टीकर चस्पा था। कौशल शुक्ला उपरोक्त से पूछने पर यह ज्ञात हुआ कि उसे यह इंजेक्शन विकास दूबे पुत्र सुदामा दूबे निवासी- मनियारी अलीगंज थानामुसाफिरखाना जिला सुलतानपुर ने दिया है और विकास वर्तमान में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के बी.एस.सी. नर्सिंग का स्टूडेन्ट है।

तत्पश्चात कौशल की विकास से बात करायी गयी और उससे यह कहा गया कि मुझे पेशेन्ट को देने के लिए और इंजेक्शन की आवश्यकता है। पेशेन्ट से पैसे की बात प्रति इंजेक्शन 15,000 रू0 तय हो गयी है। विकास के द्वारा कन्फर्म किये जाने पर टीम कौशल को लेकर खदरा के पास गोमती के बन्धे पर पहुंची जहाँ विकास पहले से मौजूद था। कौशल के साथ एक पुलिसकर्मी को सादे में पेशेन्ट का परिजन बताकर भेजा गया। विकास ने उसे जब पेशेन्ट का परिजन समझकर इंजेक्शन देने के लिए बैग खोला तभी टीम ने उसे पकड़ लिया उसके पास से 36 अदद उपरोक्त Mylan Laboratories Bangalore एवं Gilead Sciences, Inc. के लाइसेंस के अन्तर्गत बने DESREMरेमडीसीवर इंजेक्सन बरामद हुए। विकास दूबे ने पूछताछ पर बताया कि उसके गिरोह के 02 सदस्य अजीत मौर्या एवं राकेश तिवारी केजीएमयू के पास शिक्षा भवन वाले रास्ते पर रहते हैं और उनके पास भी इस समय इंजेक्शन है। तत्पश्चात अजीत मौर्या एवं राकेश तिवारी के घर पर दबिश दी गयी तथा उनके कब्जे से क्रमशः 25 एवं 16 इंजेक्शन उपरोक्त बरामद हुए। अजीत मौर्या पुत्र राजनन्दन मौर्या निवासी ग्राम गेंदी थाना पन्नूगंज जिला सोनभद्र वर्तमान समय में केजीएमयू के लारी हॉस्पिटल (कार्डियोलाजी विभाग) में ऑपरेशन थियेटर में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है तथा राकेश तिवारी पुत्र कृष्ण कुमार निवासी ग्राम शंकरपुर थाना देहात कोतवाली जिला बलरामपुर वर्तमान समय में केजीएमयू के क्वीन मेरी हॉस्पिटल में स्टॉफ नर्स के पद पर कार्यरत है। उपरोक्त विकास दूबे ने सघन पूछताछ पर बताया कि उसे बाराबंकी का रहने वाला रिंताशु मौर्या, जो पहले मेरे साथ नर्सिंग के एक्जाम की तैयारी कर रहा था, उसी ने मुझे एवं अजीत व राकेश को इंजेक्शन उपलब्ध कराये। वह मुझे एवं राकेश व अजीत को प्रत्येक इंजेक्शन के बेचने पर 3,000 रू0 कमीशन देता था।
इस प्रकार उपरोक्त चारों अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि उन्हें यह ज्ञात था कि रितांशु मौर्या उन्हें नकली इंजेक्शन देने के लिए उपलब्ध कराता था लेकिन लालच में आकर हमने उसका आफर स्वीकार कर लिया क्योंकि रितांशु का कहना था कि इस समय कोई यह नहीं पूछेगा कि इंजेक्शन असली है या नकली क्योंकि बहुत सारे कोरोना पेशेन्ट को इस समय इस इंजेक्शन की आवश्यकता है। अतः मौके का फायदा उठाया जाय और पैसा कमाया जाय।
उपरोक्त के आधार पर थाना मानकनगर पर उपरोक्त अभियुक्तों के विरूद्ध मु0अ0सं0 40/2021 धारा 269/270/276/34/419/420/467/468/471 भादवि, 63 कॉपीराइट एक्ट, 52/53 आपदा प्रबन्धन अधि0, 03 महामारी अधि0, 18/27 औषधि एवं प्रसाधन अधि0 का अभियोग पंजीकृत किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
- विकास दूबे पुत्र सुदामा दूबे निवासी- मनियारी अलीगंज थाना मुसाफिरखाना जिला सुलतानपुर। वर्तमान में यह किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में नर्सिंग तृतीय वर्ष का छात्र है।
- कौशल शुक्ला पुत्र स्व0 कमल किशोर शुक्ला निवासी- एन/844 खदरा हसनगंज। इसने अटरिया जनपद सीतापुर से डी.फार्मा का कोर्स किया हुआ है।
- अजीत मौर्या पुत्र राजनन्दन मौर्या निवासी ग्राम- गेदी थाना पन्नुगंज जिला सोनभद्र। वर्तमान में यह किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के लारी हॉस्पिटल में ओटी टेक्निशियन के पद पर कार्यरत है।
- राकेश तिवारी पुत्र कृष्णकुमार निवासी ग्राम- शंकर पुर थाना देहात कोतवाली बलरामपुर। वर्तमान में यह किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के क्वीन मेरी हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है।
बरामदगी - Mylan Laboratories Bangalore के द्वारा Gilead Sciences, Inc. के लाइसेंस के अन्तर्गत बने 91 नकली DESREMरेमडीसीवर इंजेक्शन।
- कुल 04 अदद फोन।
- एक स्कूटी एवं 5250 रू0।















