लखनऊ। राजधानी लखनऊ के विधानसभा के उस समय हड़कंप मच गया जब एक पीड़ित व्यक्ति अपनी पत्नी और दुधमुंही बेटी के साथ अचानक आत्मदाह करने पहुंच गया। इससे पहले युवक अपने ऊपर तेल डालकर आग लगा पाता कि मौके पर मौजूद महिला कांस्टेबल शिव कुमारी, सुष्मिता यादव और मीरा ने उन्हें दबोच लिया। आत्मदाह के प्रयास की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित परिवार को हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली ले गई। पीड़ित ने चेतावनी दी है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो फिर वह आत्मदाह कर लेगा। फिलहाल पुलिस उनसे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
जानकारी के मुताबिक,
घटना हजरतगंज थाना क्षेत्र के विधानसभा गेट नंबर-3 के सामने की है। यहां गुरुवार दोपहर करीब 12:17 बजे एक पीड़ित परिवार आत्मदाह करने पहुँच गया। युवक ने अपने झोले से मिटटी के तेल से भरी दो लीटर की बोतल निकाली और अपने ऊपर उड़ेलने लगा। ये नजारा देख फौरन मौके पर मौजूद महिला सिपाही दौड़ी और युवक को आग लगाने से पहले ही दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में पीड़ित के दौरान पीड़ित बहराइच जिला के विकासखंड चितौरा थाना राम गांव निवासी टेड़िया भयापुरवा के रहने वाले सतीश सिंह ने बताया कि उनकी ससुराल दिनेश सिंह पुत्र हुकुम सिंह निवासी चिरैयाटोंड थाना हुजूरपुर बहराइच में है।
पीड़ित की बेटी 14 वर्षीय बेटी निधि सिंह उर्फ महिमा सिंह अपने मामा के लड़के की शादी में कुछ दिन पहले गई थी। दिनेश सिंह के छोटे भाई उदय राज सिंह उदय शिक्षण संस्थान के अध्यापक हैं तथा अपने परिवार के साथ वही निवास करते हैं। पीड़ित की लड़की भी इन्हीं के परिवार के साथ में रहती थी। पिछली 15 जून 2018 की रात करीब 12:00 से 2:00 बजे के आसपास अमित उर्फ सुधीर (30) वर्ष पुत्र गेंदालाल शर्मा ग्राम ककराही थाना दिबियापुर जिला औरैया ने उसकी बेटी को अगवा कर लिया। इस संबंध में पीड़ित को जानकारी हुई तो बात थाने पर गया और पुलिस से शिकायत की। लेकिन पुलिस ने उसे थाने से भगा दिया। पीड़ित की रिपोर्ट 36 घंटे बाद लिखी गई।
पीड़ित ने बताया कि गेंदालाल शर्मा का आरोपी पुत्र कुछ दिन पहले पीड़ित को धमकी भी दे चुका है। सुधीर ने 3 जून 2018 दोपहर 2:00 बजे पीड़ित परिवार वालों को धमकी दी कि मैं तुम्हारी लड़की को गायब कर दूंगा। इसकी जानकारी पीड़ित को रात 9:00 बजे पता चली। तो उसने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। पीड़ित मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। तब से पीड़ित पुलिस और एसपी कार्यालय के चक्कर लगाकर थक गया है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। पुलिस के रवैए से तंग आकर पीड़ित गुरुवार दोपहर राजधानी लखनऊ पहुंचा और यहां अपनी पत्नी और एक नाबालिग बेटी के साथ विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। पीड़ित परिवार ने कहा कि अगर कार्यवाही अगर पुलिस कार्यवाही कर उसकी बेटी को बरामद नहीं करेगी तो वह फिर से आत्मदाह कर लेगा।