
कानपुर। शहर में ब्लैक फंगस के पैर पसारने के बाद मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही उनकी जिंदगी पर भी संकट के बादल छाने लगे है। बीते दो दिनों मे 6 नए मरीज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए है। पिछले दिनों एलएलआर अस्पताल में भर्ती हुए ब्लैक फंगस के मरीज तीस वर्षीय नेहरू नगर निवासी की टिश्यू बायोप्सी की माइक्रोस्कोपिक जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। युवक की दाई आंख की पूरी रोशनी जा चुकी है और इन्फेक्शन दूसरी आंख और मस्तिष्क की तरफ बढ़ रहा है। हैलट के डॉक्टरों का कहना है कि,अगर इन्फेक्शन मस्तिष्क में फैल गया तो हर्ष अपना सुध-बुध को खो देगा,मरीज को जल्द एंटी फंगल बी 14 के 50 एमजी के 40 से 45 इंजेक्शन और अन्य दवाएं नहीं दी गई तो की हालत और बिगड़ सकती है।

कहीं नहीं उपलब्ध हैं दवायें
वार्ड 9 में भर्ती ब्लैक फंगस से ग्रसित युवक की पत्नी दीपिका ने मंगलवार को बताया कि हैलट के डॉक्टरों ने जो दवाइयां और इंजेक्शन पर्चे पर लिख कर दी है वह शहर में कहीं उपलब्ध नहीं है। यहां तक की प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी यह इंजेक्शन और दवाइयां नहीं मिल रही है। बता दें कि युवक के इलाज के लिए शहर के कई लोग और संस्थाएं आगे आई लेकिन सब लोग पैसे से मदद कर रहे है। जो लोग मदद के लिए आते है दीपिका उनसे यह कहती हुई दिखती है कि मुझे पैसा नहीं दवाई दिलवा दो। हालांकि मददगार अब तक पांच इंजेक्शन का इंतजाम कर पाए हैं।
डॉक्टरों के पास चक्कर लगाते-लगाते थक गई मरीज की पत्नी
मायूस दीपिका का कहना है कि अगर पति की जान नहीं बच सकी तो मैं जी कर क्या करुंगी। प्रशासन ने अभी तक इंजेक्शन उपलब्ध करने के लिए कुछ भी नहीं किया है। मैं रोज़ सुबह से लेकर शाम तक इन डॉक्टरों के पास चक्कर लगाती रहती हूँ,लेकिन कोई यह नहीं बता पाता की यह दवाइयां कब और कैसे मिलेगी।










