नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सरकार के द्वारा अगले साल 26 जनवरी को नई दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मिले निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से एनएसए अजीत डोभाल को दिए गए लेटर से इस बात की जानकारी मिलती है। लेटर में ट्रंप की तरफ से माफी भी मांगी गई है।
भारत ने दिया था न्येता
साल 2019 में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में भारत द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्योता भेजा गया था। ट्रंप द्वारा इसे स्वीकार करने पर देश के लिए ये एक बड़ी सफलता मानी जा रही थी।
खबर के मुताबिक, भारत द्वारा ये न्योता इस साल अप्रैल में भेजा गया था। न्योता भेजने के बाद इस पर अब तक कई दौर का राजनयिक स्तरीय संवाद भी हो चुका था। डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप पिछले साल भारत दौरे पर आई थी। उन्होंने हैदराबाद के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। उस दौरान उन्होंने मोदी की तारीफ की थी और कहा था कि आपने जो कुछ हासिल किया है वो अपने आप में असाधारण है।
बता दें कि मोदी सरकार में गणतंत्र समारोह में दिग्गज नेता आते रहे हैं। यह निमंत्रण भी उसी परंपरा का हिस्सा है। इस साल गणतंत्र दिवस पर आसियान के 10 देशों के राष्ट्र-प्रमुखों और शासनाध्यक्षों ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया था। इनकी उपस्थिति ने इस समारोह में इतिहास को नया अध्याय जोड़ा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब गणतंत्र दिवस समारोह में इतनी अधिक संख्या में मुख्य अतिथि शामिल हुए थे।
देश में गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर हर साल परेड और विभिन्न कार्यक्रम होते हैं। इस मौके पर भारत की सेनाएं दुनिया को भारत की ताकत दिखाते हैं। इसमें भारत की संस्कृति और परंपराएं को दर्शाया जाता है और देश के राज्यों की झांकियां भी निकाली जाती हैं। इस मौके पर बाहर के देशों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाने का रिवाज है। ये परंपरा आजादी के बाद से चल रहा है।