
नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए एक बयान जारी किया है। इस बयान में उन्होंने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा कि पहले प्रधानमंत्री के पेट से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पेट से मुख्यमंत्री पैदा हुआ करते थे लेकिन अब हमें इसे बदलना होगा क्योंकि ऐसा होना लोकतंत्र के ना होने के बराबर है।
इसके साथ ही गडकरी ने परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हम गरीब आबादी वाले एक समृद्ध राष्ट्र हैं। जिन्होंने शासन किया, उन्होंने अपने परिवारों को फायदा पहुंचाया। PM के पेट से PM पैदा हुए और CM के पेट से CM पैदा हुए। वहीं, MLA के पेट से MLA और MP के पेट से MP पैदा हुए, लेकिन हमें इसे बदलना होगा।’
We're a rich nation with poor population.Those who ruled benefitted their own families. PM ke paet se PM paida hua. CM ke paet se CM paida huye.MLA ke paet se MLA aur MP ke paet se MP paida huye.Democracy is close to being non-existent. We've to change this: Nitin Gadkari (27.10) pic.twitter.com/Ycfdkloiz6
— ANI (@ANI) October 27, 2018
इसके साथ ही गडकरी ने बीजेपी का पक्ष लेते हुए कहा कि ‘बीजेपी किसी एक परिवार की पार्टी नहीं है। यह पार्टी कभी भी जाति, धर्म और भाषा के बल पर राजनीति नहीं करती है।’ गडकरी ने अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र करते हुए कहा कि ‘वो बीजेपी के सबसे दिग्गज नेता थे लेकिन फिर भी पार्टी को उनके या फिर लाल कृष्ण आडवाणी के नाम से नहीं पहचाना जाता है।
‘ गडकरी ने मौजूदा गृह मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह का भी नाम लेते हुए कहा कि ‘मैं और राजनाथ सिंह बीजेपी के अध्यक्ष रहे लेकिन फिर भी पार्टी को हमारे नाम से नहीं पहचाना जाता है।’
भले ही नितिन गडकरी ने अपने इस बयान में किसी भी पार्टी का नाम ना लिया हो लेकिन वो किस पार्टी पर निशाना साथ रहे हैं ये किसी से भी छुपा नहीं है। अब विपक्ष इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा।