पटना : कोविड-19 महामारी से एक दिन में हुई मौतों का वर्ल्ड रिकॉर्ड आज टूट गया है। बुधवार को 6,148 कोविड मौतों के साथ यह रिकॉर्ड फिर से भारत ने ही बनाया है। हैरत की बात है कि कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर पड़ रही और दैनिक नए मामलों में गिरावट आ रही है, लेकिन एक दिन में ही मौतों का आंकड़ा ढाई गुना से भी ज्यादा हो गया। ऐसा अचंभा इसलिए हुआ क्योंकि इन मौतों में अकेले बिहार से 3,951 मौतें गिनाई गई हैं जो देश के कुल आंकड़े का करीब दो-तिहाई है।
बिहार के शासन-प्रशासन में खलबली
इसे लेकर बिहार में सरकार के लेकर प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है। बहुत पहले से आशंका जताई जा रही थी कि राज्य कोविड-19 महामारी से संबंधित आंकड़ों में हेरफेर कर रहे हैं। बिहार में भी मृतकों के आंकड़ों में घालमेल करने का आरोप लगता रहा है। अब सरकार के रिकॉर्ड से ही यह आशंका गहरा गई है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 24 घंटों में ही 5 हजार 458 से सीधे 9 हजार 429 पर पहुंच गया।
#COVIDー19 Updates Bihar:
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) June 8, 2021
(शाम 4 बजे तक)
➡️विगत 24 घंटे में कुल 1,03,046🧪 सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 7,01,234 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️वर्तमान में #COVID19 के active मरीजों की संख्या 7897. है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.13 है।#BiharHealthDept pic.twitter.com/pPFwdf9Amg
कोरोना से मौत के आंकड़ों में सरकारी खेल
कोरोना की दूसरी लहर में मौत के आंकड़ों को छिपाने का सरकारी खेल सामने आने लगा है। राज्य में तकरीबन 4 हजार लोगों की मौत का आंकडा छिपा लिया गया था। सरकार ने अब तक कोरोना से 5 हजार 458 मौत होने की जानकारी दी थी। 24 घंटे में ये आंकड़ा 9 हजार 429 पर पहुंच गया। स्वास्थ्य विभाग ने ये बात स्वीकार की है। ट्वीट के जरिए जानकारी भी दी है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि श्मशान से लेकर कब्रिस्तानों तक का आंकड़ा जोड़ लिया जाए तो ये तादाद कई गुना ज्यादा होगी।
‘जिलों से भेजा गया मृतकों का गलत आंकड़ा’
बिहार सरकार हर दिन कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा जारी कर रही थी। सरकार के पास जिलों से रिपोर्ट भेजे जा रहे थे, उन्हें जोड़ कर मौत का पूरा आंकड़ा जारी किया जा रहा था। अब सरकारी जांच में पता चला कि जिलों से मृतकों की जो संख्या भेजी जा रही थी, उसमें बड़े पैमाने पर हेरा-फेरी की गई। जिलों ने मृतकों की सही संख्या भेजी ही नहीं। लिहाजा गलत आकंड़े जारी किए गए।
‘गलत आंकड़ा देनेवालों पर कार्रवाई होगी’
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने माना कि कोरोना से होने वाली मौत का सही आंकड़ा सामने नहीं आया था। मीडिया से बातचीत में प्रत्यय अमृत ने स्वीकार किया कि जब अपने स्तर से जांच कराई तो ये बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने गडबड़ी की और सही संख्या की जानकारी नहीं दी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
#COVIDー19 Updates Bihar:
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) June 9, 2021
(शाम 4 बजे तक)
➡️विगत 24 घंटे में कुल 1,00,196🧪 सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 6,98,397 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️वर्तमान में #COVID19 के active मरीजों की संख्या 7353. है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 97.65 है।#BiharHealthDept pic.twitter.com/czdtGszn55
सरकार को गलत जानकारी क्यों दी गई?
दरअसल 18 मई को ही राज्य सरकार ने कोरोना से होने वाली मौत को लेकर जांच कराने का आदेश जारी किया था। इसके लिए जिलों में दो तरह की टीम बनाई गई। एक टीम में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के साथ-साथ कॉलेज के मेडिसिन विभाग के हेड को रखा गया। वहीं दूसरी टीम सिविल सर्जन के नेतृत्व में बनाई गई जिसमें एक और मेडिकल ऑफिसर शामिल थे। दोनों स्तर पर जब जांच की गई तो पता चला कि मौत के आकड़ों को छिपाया गया। सरकार को गलत जानकारी दी गई।