अब ड्राइविंग लाइसेंस बनाना हुआ आसान, RTO में टेस्ट देने की भी जरूरत नहीं.. जानें पूरी प्रक्रिया

delhi: कोरोना काल में बहुत से लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का इंतजार कर रहे होंगे। लेकिन कोरोना के कारण RTO के ऑफिस नहीं जा पाएं। कोरोना से पहले भी बहुत से लोग लाइसेंस बनवाने की सोच रहे होंगे लेकिन उन्हें RTO जाने का आलस आ रहा होगा। लेकिन अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए RTO जाने की कोई जरूरत नहीं है। अब आपका लाइसेंस बिना किसी टेस्ट के बन जाएगा। इसके लिए सड़क परिवहन मंत्रालय के किसी भी मान्यता प्राप्त  ड्राइविंग टेस्‍ट सेंटर से ट्रेनिंग लेनी होगी। उस ट्रेनिंग के बाद आपको सेंटर से एक सर्टिफिकेट मिलेगा। इस आधार पर लाइसेंस बनवाते समय कोई टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं होगी। यह मान्‍यता प्राप्‍त टेनिंग सेंटर 1 जुलाई 2021 से शुरू हो जाएंगे। इसका मतलब है कि आप 1 जुलाई से बिना टेस्ट के लाइसेंस बनवा सकेंगे।सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।

हादसों को रोकने के लिए यह नियम

सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक हमारे देश प्रतिदिन होने वाले हादसों का एक कारण ट्रेंड ड्राइवरों की कमी है और साथ ही लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस की कमी भी है। जनता सिर्फ RTO जाने के आलस में अपना लाइसेंस नहीं बनवाती है। और कुछ मौत के मुंह में जाती है और कुछ इन भयानक हादसों का शिकार हो जाती है। मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय देश में करीब 22 लाख ड्राइवरों की कमी है। इस कमी को पूरा करने और सड़क हादसों को कम करने के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने तय गाइडलाइन के अनुसार देशभर में ड्राइवर टेनिंग सेंटर खोलने की अनुमति दे दी है। लोग मंत्रालय के मानक के अनुसार सेंटर खोल सकते हैं, जिसमें पहले लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट पास करने वालों को सेंटर को तरफ से एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जिसके आधार पर बिना किसी टेस्‍ट के ड्राइविंग लाइसेंस बन जाएगा।

ट्रेनिंग के लिए अनिवार्य शर्ते

ट्रेनिंग सेंटर के लिए मैदानी इलाके में दो एकड़ और पहाड़ी इलाके में एक एकड़ जमीन की आश्‍वयकता होगी। एलएमवी और एचएमवी दोनों तरह के वाहनों के लिए सिम्‍युलेटर अनिवार्य होगा, जिससे ट्रेनिंग दी जाएगी। यहां पर अटेंडेंस बायोमीट्रिक के हिसाब से होगी।इंटरनेट के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी जरूरी होगी। सेंटर में पार्किंग, रिवर्स ड्राइविंग, ढलान, ड्राइविंग आदि ट्रेनिंग देने के लिए ड्राइविंग ट्रैक अनिवार्य होगा। इसमें थ्‍योरी और सेंगमेंट कोर्स होंगे। सेंटर में सिम्‍युलेटर की मदद से हाईवे, ग्रामीण इलाके, भीड़भाड़ और लेन में चलने वाली जगहों पर बरसात, कोहरा और रात में वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस सेंटर में आपको हर प्रकार की ट्रेनिंग दी जाएगी।

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