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13 जून। गत वर्ष 15 जून को भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को जिस तरह से अपने पराक्रम से गलवान घाटी में धूल चटाई थी, उस शौर्य की स्मृति में भारत तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस) प्रथम गलवान शौर्य स्मृति दिवस मनाने जा रहा है। संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी अजीत अग्रवाल ने बताया कि 14 जून को उक्त स्मृति दिवस की पूर्व संध्या पर शाम छह से रात्रि आठ बजे तक देश भक्ति व सैन्य पराक्रम के सम्मान में हुंकार संगीत संध्या होगी। ऑनलाइन प्रसारित होने वाले इस आयोजन में एमएलसी व बीटीएसएस के कानपुर-बुंदेलखंड प्रांत अध्यक्ष अरुण पाठक, प्रतिष्ठित समाजसेवी व बीटीएसएस के प्रांत प्रभारी संजीव चतुर्वेदी भी होंगे। ऐसे कार्यक्रम को दुनिया भर के लोग देखेंगे।
उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में हमारी सेना ने चीन की सेना को जो पछाड़ कर भगा दिया, वह हमारे सम्मान का दिन है। इस कार्रवाई में इतने ज्यादा चीनी सैनिक मरे कि आज तक चीन डर के मारे मुंह नहीं खोल पाया कि वास्तव में उसके कितने सैनिक मारे गए इसलिए बीटीएसएस ने इस दिवस को हर वर्ष मनाने का निर्णय लिया है। अगले दिन 15 जून को एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित होगा। जिसमें भारतीय सेना के पूर्व वरिष्ठ अधिकारीगण, अकैडमिशियन्स, रॉ के पूर्व अधिकारी व तिब्बत सरकार के अधिकारी भी शामिल होंगे।