ICC का सख्त कदम, UAE के दो खिलाड़ियों पर लगाया 8 साल का प्रतिबंध

नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाड़ियों आमिर हयात और अशफाक अहमद (Amir Hayat and Ashfaq Ahmed) को 1 जुलाई को भ्रष्टाचार रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद आठ साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया है। आईसीसी के मुताबिक, इन दोनों खिलाड़ियों ने 2019 में भारतीय सट्टेबाज के साथ मिलकर अपने देश में हुए टी20 विश्व कप क्वालीफाइंग दौर के मुकाबलों को फिक्स करने का प्रयास किया था। इन दोनों की सजा पिछले साल 13 सितंबर 2020 से लागू होगी।

भारतीय सट्टेबाज से मैच फिक्स करने के लिए ली थी बड़ी रकम
आईसीसी की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, दोनों दोषी खिलाड़ियों ने भारतीय सट्टेबाज से मैच फिक्स करने के लिए बड़ी रकम हासिल की थी। इन दोनों को ही सट्टेबाज से 15,000 दिरहम (लगभग 4083 डॉलर) मिले थे। अपनी रिलीज में आईसीसी ने साथ ही बताया, यह प्रतिबंध 13 सितंबर 2020 से लागू होगा जब उन्हें यूएई में आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप क्वालीफायर 2019 से जुड़े भ्रष्ट आचरण के लिए अस्थाई रूप से निलंबित किया गया था।’

5 आरोपों के पाए गए दोषी
पिछले कुछ वक्त से आईसीसी ने क्रिकेट से भ्रष्टाचार को दूर करने के अपने अभियान को काफी तेज किया है और कई खिलाड़ियों और पूर्व खिलाड़ियों को सजा दी है। इन दोनों खिलाड़ियों को 5 आरोपों का दोषी पाया गया है। आईसीसी के मुताबिक, इनमें भ्रष्टाचार संबंधी संपर्क का खुलासा करने में नाकाम रहना, अनुचित तरीके से मैच के नतीजे को प्रभावित करना और 750 अमेरिकी डॉलर से अधिक का तोहफा स्वीकार करना प्रमुख हैं।

आईसीसी के इंटीग्रिटी यूनिट के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने कहा,’आमिर और अशफाक दोनों ने मैच फिक्सरों के खतरे को समझने के लिए लंबे समय तक उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेला था।’

दोनों ही पाकिस्तानी मूल के खिलाड़ी हैं
हयात तेज गेंदबाज जबकि अहमद बल्लेबाज हैं। दोनों पाकिस्तानी मूल के खिलाड़ी हैं। आईसीसी के फैसले में यह भी जिक्र किया गया है कि हयात और अहमद ने आईसीसी द्वारा आयोजित क्रमश: चार और तीन भ्रष्टाचार रोधी शैक्षिक सत्र में हिस्सा लिया। आईसीसी के आरोप पत्र में इस सट्टेबाज की पहचान मिस्टर ‘वाई’ के रूप में की गई है।