
नेपाल सीमा से सटे होने के कारण वन्यजीव तस्करी की रहती है संभावना
भास्कर समाचार सेवा
खटीमा। वन विभाग खटीमा ने लंबी दूरी की मानसून गश्त उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रारंभ की।
गुरुवार को खटीमा रेंज अधिकारी आरएस मनराल के निर्देश पर नखाताल अनुभाग में 16 किलोमीटर मानसून पैदल गश्त की गई। इस दौरान जंगल में आवाजाही कर रहे लोगों से पूछताछ की गई। वन विभाग ने लोगों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को जंगल मे देखने पर तत्काल सूचना देने के लिए कहा।
बताते चलें कि बरसात में चार पहिया व दोपहिया वाहन कीचड़ होने की वजह से गश्त के लिए नहीं जा सकते। इस वजह से वन विभाग बरसात के समय मानसून पैदल गश्त प्रारंभ करता है। इसका उद्देश्य जंगल में तस्करी व अवैध शिकार की घटनाओं को रोकना है।
खटीमा सीमा नेपाल सीमा से लगी हुई है। ऐसे में लगातार कई टीमों को गश्त कर सतर्क रहना आवश्यक हो जाता है। नेपाल सीमा सटी होने की वजह से और भरपूर संख्या में जंगली जानवर इस रेंज में होने की वजह से भी खटीमा रेंज महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस वजह से लगातार कई टीमों के द्वारा गश्त की जाती है। टीम में भैरव सिंह बिष्ट, वन दरोगा भजन सिंह, वन दरोगा विवेक कुमार, वन आरक्षी चंद्र सिंह भंडारी, बची सिंह, लक्ष्मण बोरा, दौलत सिंह राणा, देवेंद्र भंडारी, नरेंद्र बोरा, तेजेंद्र आदि शामिल रहे।