
कानपुर देहात में एक प्रेमिका थाने पहुंच गयी। जहां उसने गुहार लगाई कि मेरे प्रेमी से मेरी शादी करा दो। पुलिस वाले भी उसकी बात सुन कर भौंचक थे। जब प्रेमिका नहीं मानी तो पुलिस ने प्रेमी को बुलाकर थाने में मंदिर में उसकी प्रेमिका के साथ उसकी शादी कराई गयी। दरअसल, प्रेमी ने पहले शादी से इंकार कर दिया था। जिससे परेशान होकर युवती थाने पहुंची थी। सोमवार सुबह 6 बजे थाना परिसर में बने मंदिर में दोनों का विवाह कराया गया।
2 साल से चल रहा था अफेयर
कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के डिलवल गांव के रहने वाली आरती और उसी गांव का रहने वाला शुभम पिछले 2 वर्षों से एक दूसरे को प्यार करते थे। दोनों में प्रेम इतना गहरा था कि एक दूसरे के जीने मरने की कसमें खा रहे थे। प्यार इस कदर बढ़ गया कि प्रेमिका ने अपने प्रेमी से शादी करने के लिए बोला लेकिन शादी की बात सुनते ही प्रेमी शिवम पीछे हट गया। जिसे सुनने के बाद आरती का दिल टूट गया। आरती शिवम को इस हद तक प्यार करती थी कि वह उसके बिना नहीं रहना चाहती थी।

आरती ने पुलिस वालों से यहां तक कह दिया कि अगर शादी नहीं होती है तो वह थाने में ही अपनी जिंदगी को खत्म कर लेगी।
20 दिन पहले गांव में हुई थी पंचायत
एक ही गांव के दोनों परिवार होने की वजह से शिवम का परिवार शादी से इंकार कर रहा था। हालांकि, आरती का शिवम के प्रति जुनून देख कर उसके परिजनों ने न्याय के लिए गांव में पंचायत बुला ली। पंचायत में भी दोनों परिवारों से बातचीत हुई लेकिन बात नहीं बनी। पंचायत में भी आरती ने काफी हंगामा किया लेकिन शिवम् के परिजन शादी के फैसले पर राजी नहीं हुए।
रविवार को थाने पहुंची आरती
पंचायत में बात न बनने के बाद आरती परेशान रही। इस दौरान आरती ने कई बार शिवम से मिलने की भी कोशिश की लेकिन शिवम नहीं मिला। इससे आरती परेशान हो गयी। परिवार के दबाव में शिवम के पैर खींचने से परेशान आरती रविवार को मंगलपुर थाना पहुंच गयी। वहां उसने पुलिस वालों से अपनी पीड़ा बताई। उसने पुलिस से गुहार लगाई कि वह उसके प्रेमी को उससे मिला दे और उसकी शादी भी उसी से करा दे। आरती ने पुलिस वालों से यहां तक कह दिया कि अगर शादी नहीं होती है तो वह थाने में ही अपनी जिंदगी को खत्म कर लेगी। हालांकि, पुलिस वालों ने किसी तरह उसे समझाबुझा कर घर भेज दिया।

अनोखी शादी को देखने के लिए थाने में लोगों का तांता लग गया।
सोमवार को थाने में दोनों के परिजनों को बुलाया गया
पुलिस ने सोमवार शिवम और उसके परिजनों के साथ साथ प्रेमिका के परिवारी जनों को भी पुलिस ने बुलाया। इसके बाद आमने सामने बिठाकर आरती की मांगो से दोनों ही परिवार को अवगत कराया। पुलिस दोनों ही परिवारों से सुझाव मांगने लगी। पुलिस के सामने भी शिवम के परिजनों ने शादी से इंकार कर दिया। मामला हाथ से निकलते देख आरती ने थाने में ही हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने भी शिवम के परिजनों को समझाया तो फिर परिजन माने। इसके बाद शिवम ने भी अपने इंकार को इकरार में बदल दिया और शादी के लिए तैयार हो गया।
थाने में बने मंदिर में हुई शादी
शादी के लिए शिवम की तरफ से हां करने के बाद पुलिस ने दोनों के परिजनों को सुबह 6 बजे शादी के लिए थाने में बुलाया। थाने में बने मंदिर में ही पुजारी द्वारा शिवम और आरती की हिंदू रीति रिवाज से परिजनों की मौजूदगी में शादी करा दी। इस दौरान खुद मंगलपुर थाने की पुलिस आरती और शिवम के सात फेरों की साक्षी बन गई। ऐसी अनोखी शादी को देखने के लिए थाने में लोगों का तांता लग गया।
थाना मंगलपुर में तैनात दरोगा राजेश यादव ने बताया कि इस मामले में पंचायत भी बैठ चुकी थी लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया था। फिर दोनों परिवारों को थाने बुलाकर समझाया गया। दूल्हा और दुल्हन की शादी थाने में बने मंदिर में परिजनों की सहमती से की गयी है। दोनों को पुलिसवालों ने भी आशीर्वाद दिया है।










