
पचास दिनों से चल रहा है आशा संगठन का धरना
टिहरी। पूर्व कैबिनेट मंत्री और उत्तराखण्ड जनएकता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने मुख्य चिकित्सा कार्यालय के बाहर पचास दिनों से चल रहे आशा कार्यकत्रियों के धरने पर अपना समर्थन दिया।
इस दौरान धनै ने कहा कि इस समय के जनप्रतिनिधि आशा कार्यकत्रियों को एक पत्र देकर गुमराह कर रहे हैं। स्थानीय बिधायक द्वारा आशा बहनों के साथ मजाक किया जा रहा है। उन्होंने कहा जब मैं सरकार मे था तब भी इनकी मांगो का समर्थन किया था और इनका मानदेय भी उस समय बढ़ाया गया था। आज भी मैं इनके साथ हुं। उन्होंने कहा कि यह सबसे कमजोर संगठन और समाज की सबसे छोटी इकाई है।
इन्होने कोरोना काल मे भी सबसे ज्यादा काम किया और लोगों की सेवा की है इसलिए सरकार को भी इनके बारे मे सोचना चाहिए।
वहीं आशा संगठन की अध्यक्ष गीता नेगी एवं सचिव कुसुम ने कहा कि हमारे द्वारा सरकार को दी गई अंतिम तारीख भी बीस सितम्बर को खत्म हो गई है इसलिए अब हम उग्र रूप भी अपना सकते हैं। इस मौके पर बलबीर नेगी, प्रताप गुसाई, के साथ ही आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।














