
रुड़की। क्षमावाणी पर्व पर श्री श्री 1008 दिगंबर जैन मंदिर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अतिथियों ने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांतों के अनुसार हमें अपनी जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए दूसरों की सेवा करने का संकल्प लेना चाहिए। क्षमावाणी पर्व की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमें दूसरों को क्षमा करना इस सर्वोच्च क्षमा का व्यवहारिक अनुप्रयोग है और यह अध्यात्मिक शुद्धि का भी मार्ग है। भगवान महावीर के अनुसार क्षमा अहिंसा का दूसरा नाम है। जो सभी को जियो और जीने दो का संदेश देता है। अध्यक्ष अनिल कुमार जैन ने कहा कि क्षमावाणी पर्व पर हमें अहिंसा परमो धर्म का अनुसरण करते हुए सहनशीलता एवं दया का भाव अपने मन में रख समाज हित के लिए कार्य करना चाहिए। क्षमा करने वाला बड़ा होता है। कार्यक्रम में रुड़की जैन मिलन द्वारा दस दिनों तक उपवास पूर्वक साधना करने वाले दस लोगों का सम्मान भी किया गया। इस अवसर पर पीसी जैन, सुभाष चंद जैन, प्रदीप जैन, अवनीश कुमार जैन, मुकेश जैन, अमन जैन, गौरव जैन, अरिंजय जैन, सुनीता जैन, वीणा जैन, नीतू जैन, अंकुर जैन, मधु जैन आदि बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग मौजूद रहे।














