
त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है. बड़े पैमाने पर इन दिनों खान पान की चीजें तैयार की जाती हैं. लिहाजा बाजार में खाद्य तेलों की मांग जोरों पर होती है. तेल के साथ घी की भी मांग जोरों पर होती है. लेकिन इसी हाई डिमांड के सीजन में मिलावट खोर भी खूब सक्रिय रहते हैं. ऐसे में हमें ये जानना बहुत जरूरी है कि आखिर तेल की मिलावट को कैसे परखा जाए. यहां नीचे आसान तरीकों से समझें कि इनकी जांच कैसे की जाए
मक्खन के टुकड़े से जांचइसी तरह अगर खाने के तेल में अगर किसी ने Tri-ortho-cresyl-phosphate की मिलावट की है, तो इसे भी परखा जा सकता है. एक कंटेनर में 2ml तेल लें. इसमें पीले मक्खन का एक छोटा टुकड़ा मिलाएं. अगर तेल में किसी तरह की कोई मिलावट नहीं है तो इसके रंग में कोई बदलाव नहीं होगा. और अगर तेल में ऊपर दिए गए मिलावटी पदार्थ है तो इसका रंग थोड़ी देर में गहरे लाल रंग में तब्दील हो जाएगा.
सरसो तेल की जांचअगर तेल में प्रतिबंधित मेटानिल यलो रंग मिलाया गया है तो इसे भी पहचाना जा सकता है. कई बार तेव में रंग मिलाने के लिए खास तौर से सरसों के तेल को गहरा रंग देने के लिए मिलावटखोर इसका इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में अक्सर इसे पहचान पाना मुश्किल होता है. लेकिन इसे आप भी पहचान सकते हैं. टेस्ट ट्यूब में 1ml ऐड कर के उसमें 4ml डिस्टिल्ड वॉटर को मिलाएं. इसे कुछ देर तक हिलाएं. इस इन दोनों लिक्विड के मिक्सचर में से 2ml एक अलग टेस्ट ट्यूब में लें. इसमें कंसंट्रेटेड HCL को मिलाएं और हिलाएं. शुद्ध तेल के हिस्से के रंग में बदलाब नहीं दिखाई देगा जबकि एसिडवाले हिस्से में रंग लाल और कत्थई दिखाई देगा.
घी को कैसे परखेंमार्केट से खरीदे हुए घी में से चार से पांच चम्मच घी निकालकर उसे किसी बर्तन में डालकर उबल लें. इसके बाद घी के इस बर्तन को लगभग 24 घंटे के लिए अलग रख दें। अगर 24 घंटे के बाद भी घी दानेदार और महक रहा है तो घी असली है. अगर ये दोनों ही चीजें घी में से गायब है तो घी नकली हो सकता है. घी को जांचने का दूसरा तरीका भी है. एक बर्तन में दो चम्मच घी ,1/2 चम्मच नमक के साथ एक चुटकी हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाकर तैयार किए गए मिश्रण को 20 मिनट के लिए अलग रखकर छोड़ दें. 20 मिनट बाद आप घी का रंग चेक कर लें. अगर घी ने कोई रंग नहीं छोड़ा है, तो घी असली है लेकिन अगर घी लाल या फिर कोई और रंग का दिखाई दे रहा है तो समझ जाएं घी नकली हो सकता है.
मोबाइल टेस्टिंग उपल्बध है
बता दें कि सरसों के तेल में किसी भी तरह के मिलावट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. सरकार ने बाकायदा इसके लिए एक आदेश जारी किया था. सरसों तेल की शुद्धता की जांच के लिए सरकार की ओर से मोबाइल टेस्टिंग लैब भी उलब्ध कराई जाती है.