
रूडकी। विकासखंड नारसन के सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहो का स्वरोजगार को लाकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा उपस्थित महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ने के बारें में बताया गया।
नारसन विकास खंड सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित महिला स्वयं सहायता समूह के कार्यक्रम में दुग्ध निरीक्षक सहदेव सिंह पुंडीर द्वारा महिलाओं को दुग्ध व्यवसाय कर स्वावलंबी बनने के बारे में बताया। महिलाओं को जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर स्वरोजगार कर अपनी आजीविका चला सकते है। डेयरी विकास विभाग द्वारा दुग्ध उत्पादकों के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि दुग्ध खरीद मूल्य में एक रुपया प्रति लीटर की वृद्धि करते हुए 38 रूपये प्रति लीटर दिया जायेगा। उत्तराखंड सरकार द्वारा दुग्ध मूल्य प्रोहत्साहन राशि के रूप में चार रूपये प्रति लीटर दिया जा रहा है। दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन में 91 लाख रूपये हरिद्वार जनपद के लिए प्राप्त हुए है। दुग्ध निरीक्षक सहदेव सिंह पुंडीर ने बताया कि दुग्ध उत्पादकों को संतुलित पशु आहार पर 400 रूपये प्रति कुंतल की छूट प्रदान की जा रही है। एनसीडीसी योजना के अंतर्गत तीन और पांच दुधारू पशु क्रय के लिए 02 लाख 47 हजार और 04 लाख 07 हजार का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, जिस पर 25 प्रतिशत अनुदान है। इसके साथ ही पशुओं में बीमारी की रोकथाम के लिए आकस्मिक पशु चिकित्सा वाहन पर दो पशु चिकित्सक सेवा प्रदान कर रहे है, जिससे दुग्ध उत्पादकों को लाभ मिल रहा है। दुग्ध निरीक्षक सहदेव सिंह पुंडीर ने महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्रामीणों को दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार कर स्वावलंबी बनना चाहिए।















