ज्वालामुखी विस्फोट ने पूरे शहर को ही नक्शे से कर दिया था गायब, अब उगल रहा ‘खजाना’

रोम (ईएमएस)। इटली के प्राचीन पोम्पेई शहर को एक ज्वालामुखी विस्फोट ने नक्शे से ही गायब कर दिया था। लेकिन खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों ने दासों के लिए बनाए गए एक कमरे की खोज की है। कम से कम 2 हजार साल पुराने इस कमरे में आधुनिक तकनीक पर बना एक बेड भी मिला है।

खोजकर्ताओं ने दावा किया है कि इस कमरे की छानबीन से उन्हें रोमन साम्राज्य में दास-दासियों के दैनिक जीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग सकती हैं। पोम्पेई शहर रोमन साम्राज्य के अधीन आता था। पुरातत्वविदों ने बताया कि लावे से खंडहर बने एक विला की खुदाई के दौरान उन्हें एक संकरी डॉरमेट्री और स्टोरेज रूम मिला है। इस डॉरमेट्री में मिले लकड़ी के बने बेड्स को घटाया या बढ़ाया जा सकता था। ये बेड्स इस पर सोने वाले व्यक्ति के आकार के हिसाब से एडजस्ट किए जा सकते थे। इस कमरे में बिना सजावट के एक दीवार भी मिली है, जिसके ऊपरी भाग में एक छोटी खिड़की बनी हुई है।


इटली के सांस्कृतिक मंत्री डारियो फ्रांसेचिनी ने इसे एक महत्वपूर्ण खोज करार दिया है। उनका कहना है कि इससे प्राचीन शहर पोम्पेई के दैनिक जीवन के बारे में पता चलता है। उन्गोंने कहा कि यह खोज विशेष रूप से समाज के उस स्तर से जुड़ी है जिसके बारे में ‘अभी भी बहुत कम’ जाना जाता है। यह कमरा पोम्पेई के उपनगर सिविटा गिउलिआना में स्थित एक विला में खोजा गया है। इसी विला से जनवरी में पुरातत्वविदों को एक सेरेमोनियल रथ के अवशेष मिले थे। इस रथ का इस्तेमाल रोमन शहर में किसी शादी विवाह या विशेष अवसरों पर किया जाता था। इसमें खूबसूरत नक्काशी की गई थी। लकड़ी से बना यह रथ अलग-अलग तरह के रंग से भी भरा हुआ था। उस जमाने में इसे खींचने के लिए दो से अधिक घोड़ों का इस्तेमाल किया जाता था।

द टेलीग्राफ के अनुसार, इस कमरे में खोजकर्ताओं को लड़की के बने ऐसे तीन बेड मिले हैं। जिनमें से दो लगभग छह फीट और एक चार फीट से थोड़ा अधिक लंबा है। इससे संकेत मिलते हैं कि इस कमरे में सभंवत एक परिवार अपने बच्चे के साथ रहता था। पोम्पेई आर्कियोलॉजिकल पार्क के निदेशक गेब्रियल ज़ुचट्रीगल ने कहा कि हम यहां उन नौकरों, दासों की कल्पना कर सकते हैं जो इस क्षेत्र में काम करते थे और रात को यहां सोते थे।

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