–वैज्ञानिकों ने लैब में बनाया ‘अजूबा’, हावभाव देख चौंके लोग
कॉर्नवाल स्थित इंजीनियर आर्ट्स खुद को ‘यूके के अग्रणी डिजाइनर और ह्यूमनॉइड एंटरटेनमेंट रोबोट के निर्माता’ के रूप में ब्रांड करता है। कंपनी ने इस मशीन का खुलासा यूट्यूब पर किया है। वीडियो को देखकर कई दर्शकों ने आश्चर्य जताया कि मशीन कितनी ‘असली’ और ‘इंसानी’ है। एक यूजर ने लिखा, ‘मुझे पता है कि हमें एआई से डरना चाहिए लेकिन यह गाइनोइड है जिसने मुझे डराया नहीं, यह काफी अच्छा है।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘जब किसी चीज के जिंदा और असली दिखने की बात आती है तो आंखें बेहद अहम होती हैं। उनकी गतिविधियां, फोकस, पलकों को झपकाना और किसी भी चीज पर ध्यान देना।’ वहीं तीसरे यूजर ने लिखा, ‘बेहतरीन काम! इसके हाथ भी बेहत अच्छे लग रहे हैं।’ कुछ लोगों ने अमेका की तुलना 2004 में आई साइंस फिक्शन फिल्म आई, रोबोट के एनएस-5 से की। इसमें इंटेलिजेंट रोबोट्स को डायस्टोपियन दुनिया में सार्वजनिक सेवा के पदों को भरते हुए दिखाया गया है। वह अपनी आंखें कई बार झपकाता है और अपने मशीनी हाथ को ध्यान से देखता है।
यह निश्चित रूप से बेहद असली लगता है और चेहरे के हावभाव के मामले में अपने क्षेत्र में सबसे आगे है लेकिन अगली चुनौती इन रोबोट्स को चलने में सक्षम बनाने की है। इंजीनियर आर्ट्स ने कहा है कि इसके लिए अभी भी एक लंबा रास्ता तय किया जाना बाकी है। यूट्यूब क्लिप में रोबोट अपनी आंखें खोलने से पहले अपने कंधों को हिलाते हुए दिखाई दे रहा है। उसके चेहरे पर बिल्कुल इंसानों जैसे आश्चर्य के हावभाव देखे जा सकते हैं।