गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। देवरिया में पैकौली कुटी के पवहारी महाराज रमेश दास उर्फ राघवेंद्र दास की तबीयत बिगड़ जाने से गोरखपुर में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी है। शुक्रवार की सुबह शुगर काफी लो होने के कारण उनका हाथ पैर अचानक काम करना बंद कर दिया था। मंदिर प्रशासन के लोग आनन- फानन में उन्हें निजी चिकित्सक के पास ले गए जहां से उन्हें गोरखपुर ले जाने की सलाह दिया गया। गोरखपुर में एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में उन्हें भर्ती कराया गया है।
वैष्णव संप्रदाय की सबसे बड़े आध्यात्मिक पीठ पैकौली कुटी के सप्तम पवहारी महाराज रमेश दास उर्फ राघवेन्द्र दास जी शुगर व ब्लड प्रेशर की बीमारी से काफी समय से पीड़ित थे। 12 नवंबर को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया में जमात के साथ चल रहे थे कि उनकी तबियत बिगड़ने लगी। मंदिर प्रशासन के लोग उन्हें तत्काल पीजीआई ले गए जहां डॉक्टरों ने दोनों किडनी खराब होने की बात बताते हुए ट्रांसप्लांट की सलाह दी। फिर पवहारी महाराज को लेकर लोग वापस भटवलिया कुटी पर आ गए।
शुक्रवार को पवहारी महाराज को महामृंत्युजय जप की शुरुआत कराने उनको पैकौली कुटी पर जाना था। परंतु सुबह ही उनका शुगर काफी लो हो गया और उनका हाथ पैर अचानक काम करना बंद कर दिया और बेचैनी की शिकायत करने लगे तो मंदिर से लोग उन्हें तत्काल शहर के वरिष्ठ डाक्टर वरेश नागरथ के पास ले गए। जांच के बाद उन्होंने तत्काल गोरखपुर ले जाने की सलाह दी। मंदिर प्रशासन ने उन्हें गोरखपुर के जगदीश हास्पीटल नहर रोड रूस्तमपुर के आईसीयू में भर्ती कराया है जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
शुगर की वजह से पवहारी महाराज की दोनों किडनी प्रभावित हो गई है। मंगलवार को पीजीआई से लौटने के बाद महाराज जी को हम लोग एम्स ले जाने की तैयारी में थे लेकिन महाराज जी ने पहले पैकौली कुटी पर महामतृयुंज जप कराने को कहा। इसी बीच पवहारी महाराज की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। वे गोरखपुर के जगदीश हास्पीटल नहर रोड रूस्तमपुर के आईसीयू में भर्ती हैं। डायलिसिस कराने की तैयारी चल रही है।
अंगद तिवारी, प्रबंधक पैकौली कुटी