रेल लाइनों पर अब ट्रेन की बोगियों के टायलेट का पानी भी नहीं गिरेगा। पर्यावरण तो संरक्षित होगा ही, पटरियों में भी जंक नहीं लगेगी। कोचों में टायलेट का बदबू नहीं फैलेगा। हवाई जहाज की तर्ज पर ट्रेन की बोगियों में भी बायो टायलेट की जगह इको फ्रेंडली बायो वैक्यूम ग्रीन टायलेट लगाए जाएंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के 40 कोचों में ग्रीन टायलेट लग गए हैं। 200 कोचों में लगाने की तैयारी चल रही है।
इज्जतनगर यांत्रिक कारखाने में चल रहा काम
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार इज्जतनगर स्थित यांत्रिक कारखाने में हाईब्रीड के 18 जोड़ी कोचों में बायो टायलेट फिटमेंट का कार्य किया जा रहा है। शौचालयों की बेहतर सफाई सुनिश्चित करने के लिए प्रेशराइज्ड फ्लशिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। मैकेनाइज्ड कोच क्लीनिंग के तहत गोरखपुर सहित 12 कोचिंग डिपो में गाड़ियों की सफाई-धुलाई हो रही है। बनारस में आटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट कार्य करने लगा है। 59 ट्रेनों में आनबोर्ड हाउस कीपिंग सर्विस शुरू है। इस सर्विस के तहत चलती ट्रेन में भी कोचों की सफाई हो रही है। गोरखपुर सहित 40 स्टेशनों पर पे एंड यूज प्रसाधन केंद्र की सुविधा उपलब्ध है।
सात स्टेशनों पर लगीं बाटल क्रसिंग मशीनें
रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक के कचरे पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए बाटल क्रसिंग मशीनें लगाई जाएंगी। गोरखपुर, वाराणसी, बनारस, काशीपुर, काठगोदाम, रूद्रपुर सिटी हल्द्वानी में मशीनें लगा दी गई हैं।
संक्रमित हुए नरमू के महामंत्री केएल गुप्ता
आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) के संयुक्त महामंत्री और एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री 105 वर्षीय केएल गुप्ता कोविड संक्रमित हो गए हैं। यूनियन के पदाधिकारियों ने उपचार के लिए उन्हें ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया है। संयुक्त महामंत्री ओंकार नाथ सिंह के अनुसार सेहत में सुधार हो रहा है।
यांत्रिक कारखाने में रोस्टर व्यवस्था लागू
रेलवे प्रशासन ने यांत्रिक कारखाना गोरखपुर में रोस्टर व्यवस्था लागू कर दिया है। अब एक शिफ्ट में 50 फीसद कर्मचारी ही ड्यूटी करेंगे। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर कर्मचारी संगठन कारखाने में रोस्टर सिस्टम लागू करने की मांग कर रहे थे।