सिंगापुर दुनिया का अनोखा देश है, शायद यही वजह है कि हर कोई यहाँ आने का और काम काज करने का सोचता है. सिंगापूर के पास ज्यादा संसाधन न होने के बावजूद दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था है. वो दुनिया में अहम कारोबारी स्थान रखता है. सिंगापुर की अर्थव्यवस्था 250 अरब अमेरिकी डॉलर की है. कारोबार करने में आसानी की रैंकिंग में सिंगापुर 10 साल तक नंबर एक रहा है. सिंगापुर ने पूरी दुनिया को दिखा दिया है कि कोई भी देश आबादी और आकार से बड़ा या छोटा नहीं होता बल्कि उसके विकास का पैमाना, उसमें रहने वाले लोगों की जिंदगी होती है. आज सिंगापुर दुनिया की अर्थव्यवस्था का केंद्र है, शिक्षा का केंद्र है और अनुसंधान का केंद्र है.
सिंगापुर में अपराध दर सबसे कम मानी जाती है. सख्त कानूनों के चलते बेईमान नेता और अफसर यहां रह नहीं पाते. रेटिंग एजेंसियों की टॉप रेटिंग पर हमेशा सिंगापुर का कब्जा रहा है. वहीं, भ्रष्टाचार के पैमाने पर सिंगापुर एशिया में दूसरे नंबर पर है यानी यहां भ्रष्टाचार ना के बराबर है.
देश की 90 फीसदी आबादी के पास खुद अपना मकान है. आबादी के हिसाब से दुनिया में प्रतिव्यक्ति सबसे ज्यादा गाड़ियां हैं. तो दुनिया का सबसे व्यस्त और कमाने वाला बंदरगाह यहां है. अपनी आजादी के वक्त सिंगापुर भारत से सिर्फ ढाई गुना ज्यादा अमीर था, लेकिन सिर्फ 40 साल की मेहनत के बाद सिंगापुर भारत से 15 गुना से भी ज्यादा अमीर हो गया है.