गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र में भाजपा नेता बृजेश सिंह हत्या करने वाले शूटरों वारंट बी पर सोमवार की सुबह पुलिस बरेली जेल से गोरखपुर ले आई। पूछताछ करके दोपहर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया जहां से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में शूटरों को बरेली जेल भेज दिया गया।पंजाब के रहने वाले दोनों शूटर बरेली जेल में बंद है।इस मामले में अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
गुलरिहा क्षेत्र में भाजपा नेता बृजेश सिंह की गोली मारकर की थी हत्या
भाजपा नेता बृजेश सिंह पंचायत चुनाव में नरायनपुर गांव से प्रधानी लड़ने की तैयारी कर रहे थे। दो अप्रैल 2021 की रात में जनसंपर्क कर घर लौटते समय बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। उनके भाई भोला सिंह की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित विनय श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, सुनील श्रीवास्तव के खिलाफ केस दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि तीनों घटना में लिप्त नहीं थे। रामसमुझ, बहादुर चौहान, जितेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता, दिवाकर सिंह उर्फ गोलू, राजबीर व सतनाम का नाम सामने आया था। पुलिस ने 11 अप्रैल 2021 को आरोपित रामसमुझ, बहादुर चौहान, जितेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार गुप्ता, दिवाकर सिंह उर्फ गोलु को गिरफ्तार किया और घटना मे प्रयुक्त असलहा तमंचा व मोटरसाइकिल बरामद कर घटन का पर्दाफाश किया था।
गोरखपुर पुलिस को चकमा देकर हो गए थे फरार
भाजपा नेता की हत्या करने वाले मुख्य शूटर राजबीर सिंह उर्फ मलक सिंह उर्फ राजू निवासी दविंदर नगर तरन तारन रोड थाना सुल्तानविंद, अमृतसर (पंजाब) जो लखीमपुर खीरी के पहाड़पुर में रहता था और उसके साथी सतनाम उर्फ शैलेन्द्र सिंह उर्फ दिद्दू पुत्र फुलवंत सिंह निवासी दविंदर नगर तरन तारन रोड थाना सुल्तानविंद, अमृतसर (पंजाब) जो टिप्पन पुरवा थाना कोतवाली जनपद लखीमपुर खीरी में रहता था गिरफ्तारी से बचने के लिए पुराने मामले में सरेंडर कर बरेली जेल चले गए।
इससे पहले दोनों आरोपित पंजाब में गोरखपुर पुलिस को चकमा देकर लाकअप से फरार हो गए थे। बरेली में पकड़े जाने की जानकारी होने पर गोरखपुर पुलिस ने वारंट बी के तहत रिमांड मांगी थी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गोरखपुर ने वारंट बी पर सुनवाई करते हुए दोनो शूटरों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। गोरखपुर पुलिस दोनों शूटरों को लेकर बेरली जेल में दाखिल करेगी।
जमानत की अर्जी पड़ने पर सक्रिय हुई पुलिस
राजबीर व सतनाम अप्रैल 2021 से ही बरेली जेल में बंद है।हत्या के मामले में उनकी रिमांड नहीं हुई थी। जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने जमानत के लिए बरेली की कोर्ट में अर्जी डाली थी। जानकारी होने पर सक्रिय हुई गोरखपुर पुलिस ने वारंट बी दाखिल कर दिया। जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।