समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ करहल विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री और आगरा सांसद एसपी सिंह बघेल को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री के सपा प्रमुख के खिलाफ खड़े होने से करहल का मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। क्योंकि एसपी सिंह बघेल ने अपना सियासी सफर समाजवादी पार्टी से ही शुरू किया था। इससे पूर्व एसपी सिंह बघेल देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। 2009 में बघेल सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए थे और 2014 में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी।
बता दें कि आज यानी सोमवार को ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है। नामांकन के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि करहल का क्षेत्र बिल्कुल उनके घर के नजदीक का क्षेत्र है। नेताजी के साथ समाजवादी पार्टी का यहां से गहरा नाता है। करहल की जनता ने समाजवादी पार्टी के साथ खड़े होकर सकारात्मक राजनीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि इस बार भी नकारात्मकता की राजनीति करने वालों को जनता हराएगी।
ऐन वक्त पर भाजपा ने सबको चौंकाया
दरअसल, करहल से एसपी सिंह बघेल को टिकट देकर बीजेपी ने सबको चौंका दिया है। क्योंकि पहले इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं कि भाजपा करहल सीट से अखिलेश यादव के सामने अपर्ण यादव को चुनाव मैदान में उतारेगी। लेकिन, आज एसपी सिंह बघेल को अचानक करहल से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद एसपी सिंह बघेल ने अपना नामांकन भी भर दिया है। वहीं कांग्रेस ने करहल विधानसभा सीट से ज्ञानवती यादव को चुनाव मैदान में उतारा है तो बसपा ने कुलदीप नारायण पर भरोसा जताया है।
अखिलेश ने दे दी थी खुली चुनौती
वहीं, अखिलेश यादव ने पर्चा दाखिल करने के दौरान चेतावनी दी थी कि करहल सीट से भाजपा जिस भी प्रत्याशी को उतारेगी, उसे हार का सामना करना पड़ेगा। इसके तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़ा कार्ड खेलना समाजवादी पार्टी अध्यक्ष को भी हैरान कर सकता है। ज्ञात हो कि वर्तमान में एसपी सिंह बघेल मोदी सरकार में केंद्रीय कानून राज्य मंत्री के पद हैं।