केंद्रीय मंत्री का अखिलेश पर तंज: यूपी में माफिया या तो जेल में या सपा लिस्ट में

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अतरौली पहुंचकर कल्याण सिंह को याद किया। कहा, ‘बाबूजी ने हंसते-हंसते इस्तीफा दे दिया। आज उनकी आत्मा खुश हो रही होगी। आज यूपी में माफिया या तो जेल में हैं या समाजवादी पार्टी की लिस्ट में दिखते हैं। योगी सरकार ने कानून व्यवस्था का राज लाया है। अपराध कम हुए हैं। पहले यूपी पुलिस गुंडों से डरती थी। ये सपा, बसपा, कांग्रेस कभी धारा 370 हटाते क्या? अखिलेश धारा 370 हटाने का विरोध करते थे। मेरे सामने कहा था- खून की नदियां बह जाएंगी। खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकर चलाने की हिम्मत नहीं’।

‘मनमोहन सिंह की सरकार में आलिया, मालिया चालिया हमारे जवानों का सिर काटकर ले जाते थे। पुलवामा में जब अटैक हुआ तो मोदी सरकार थी। 10 दिन के अंदर सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों का सफाया किया। मोदी जी ने देश की 130 करोड़ जनता का माथा गर्व से ऊंचा कर दिया’।

राहुल पर तंज- वे क्या समाधान करेंगे

राहुल बाबा को मालूम नहीं है कि खरीफ में कौनसी फसल होती है और रबी में कौनसी? राहुल बाबा कहते हैं हम यहां आलू की फैक्ट्री लगा देंगे। आप ही बताइए आलू कभी फैक्ट्री में होता है क्या? जिसको ये नहीं मालूम आलू कैसे होता है, वे कहने लगे कि हम किसानों की समस्या का समाधान करेंगे।

मोदी ने किसानों के खातों में 6 हजार रुपए साल उनके खातों में भेजने का काम किया। अखिलेश अभी अन्न की पोटली लेकर निकलते हैं। आपकी तो कई साल सरकार रही, आपने एमएसपी पर क्यों नहीं खरीदा। ये कभी किसानों का भला नहीं कर सकते। अपने परिवार का भला करते हैं।

छापों से अखिलेश को दर्द क्यों हुआ

शाह ने कहा समाजवादी इत्र वाले के यहां 250 करोड़ बेनामी मिले। अखिलेश क्यों नहीं बताते कि उससे इनका रिश्ता क्या है? रिश्ता नहीं है तो आपको दुख क्यों हो रहा है? ये लोग पारदर्शिता से शासन नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि बुआ-भतीजे की सरकार में मुफ्त गैस सिलेंडर नहीं मिलता। 5 लाख तक का निशुल्क इलाज का बंदोबस्त किया। हर घर में शौचालय बनवाया। अखिलेश की बात सुनते तो हम तीसरी लहर में बच पाते क्या?

बदायूं भी जाएंगे शाह

अमित शाह आज बदायूं भी जाएंगे। यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद डोर-टू-डोर जनसंपर्क करेंगे।जनसंपर्क के बाद गृहमंत्री कार से भाजपा जिला कार्यालय पहुचेंगे। यहां संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक में मंथन करेंगे और जिले के मौजूदा राजनीतिक हालात को जानने के साथ संगठन को मथेंगे।

स्थानीय मुद्दों को तरजीह देने की तैयारी

शाह इस जनसभा में जहां केंद्र व प्रदेश की नीतियों के बारे में चर्चा करेंगे तो वहीं स्थानीय मुद्दे भी जोर-शोर से उठाएंगे। ताकि वोट जुटाए जा सकें। इसके लिए वह दावे और वादे तो करेंगे ही, वहीं स्थानीय स्तर पर जनता की मंशा के अनुरूप इनपुट भी भाजपा जुटी चुकी है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें