लखनऊ/नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के बीच जुबानी जंग का दौर तेज हो चला है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक चुनावी भाषण के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके सहयोगी जयंत चौधरी पर बुधवार को तीखा हमला बोला. योगी ने 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की संलिप्तता का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री योगी ने दंगों में जाटों की हत्या के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी (अखिलेश यादव) को जिम्मेदार ठहराया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ये जो दो लड़कों की जोड़ी आई है न… ये दो लड़कों की जोड़ी 2017 में भी बनी थी और 2014 में भी बनी थी. 2017 में राज्य की जनता ने एक दिल्ली में रहने वाले और एक लखनऊ में रहने वाले दोनों जोड़ी को कहा था कि तुम इस लायक हो ही नहीं. याद करिए 2013 में जब मुजफ्फरनगर का दंगा हुआ था और सचिन तथा गौरव नाम के दो जाट युवकों की निर्मम हत्या हुई थी, लखनऊ वाला लड़का (अखिलेश यादव) तब सत्ता में था और हत्या करवा रहा था. दंगाइयों को लखनऊ में बुलाकर उनका सम्मान कर रहा था. भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता जो उन दंगाइयों के खिलाफ आवाज उठा रहा था उनके खिलाफ झूठे मुकदने दर्ज करवाकर जेल के अंदर बंद किया जा रहा था और दिल्ली वाला लड़का तब भी कहता था कि दंगाइयों के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.”
योगी ने विरोधियों की जोड़ी पर हमला करते हुए एक बार फिर ये लोग नए कवर के साथ आप लोगों के बीच फिर आ रहे हैं. माल तो वही है, लिफाफा नया है.
योगी आदित्यनाथ का ये हमला ठीक उसी तरह है जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनावों के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को “डबल युवराज” कहते हुए तंज कसा था.