उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 अब अपने चरम पर है, शुक्रवार से छठवें चरण के लिए नामांकन दाखिला शुरू होने वाला है। इसके बाद सातवां अंतिम चरण की बारी आनी है। लेकिन नेताओं के पाला बदल की कहानी जारी है। अब वाराणसी से पूर्वांचल के एक दिग्गज नेता जो हाल ही में बसपा से बीजेपी में शामिल हुए थे वो अब टिकट कटने की आशंका के मद्देनजर पाला बदलने की तैयारी में जुट गए हैं। ये और कोई नहीं बल्कि त्रिभुवन राम हैं।
वाराणसी की सुरक्षित सीट अजगरा विधानसभा से बसपा के टिकट पर विधायक रह चुके त्रिभुवन राम फिलहाल बीजेपी में हैं। ये माना जा रहा था कि राम इस बार बीजेपी से अजगरा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन अब ये पता चल रहा है कि बीजेपी के चुनाव लड़ने की क्राइटेरिया से वो बाहर हैं। उन्हें ओवरएज बताया जा रहा है। ऐसे में टी राम के अब बीजेपी को झटका देने की चर्चा आम हो गई है।
बताया जा रहा है कि टीराम सुभासपा के संपर्क में हैं। उनकी सुभासपा अध्यक्ष से बातचीत चल रही है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से उनकी बातचीत लगभग तय हो चुकी है। महज घोषणा बाकी है। भरोसेमंद सूत्र की मानें तो टी राम सुभासपा से अजगरा से टिकट के बदले सुभासपा को हर संभव मदद करने को राजी हो गए हैं। यहां तक कि, ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने में भी वो हर संभव मदद करने को तैयार हैं। अब गेंद ओपी राजभर के पाले में है।
यहां बता दें कि फिलहाल अजगरा से सुभासपा के कैलाश सोनकर विधायक हैं मगर ओपी राजभर और उनकी पार्टी अजगरा से मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है। यही वजह है कि तीन दिन पहले जब ओपी राजभर ने वाराणसी की शिवपुर सीट से अपने बेटे और खुद के जहूराबाद से चुनाव लड़ने की घोषणा की तब अजगरा सीट के प्रत्याशी के मसले पर चुप्पी साध ली।