सपा ने जारी की उम्मीदवारों की सूची, जानिए किसको कहां से मिला टिकट

समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को 10 और प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कि है। इस सूची में बस्ती, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया मऊ, बलिया और चंदौली से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है।

जौनपुर के रॉबिनहुड धनंजय सिंह को टिकट क्यों नहीं देती पार्टी
जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट पर सबकी नजर है। उसका कारण बाहुबली नेता धनंजय सिंह हैं। धनंजय सिंह के सियासी रसूख का अंदाजा उनके चुनाव लड़ने के तरीके से पता चलता है। 2020 के विधानसभा उपचुनाव में उन्होंने बतौर निर्दल प्रत्याशी सपा को कड़ी टक्कर दी थी। 5 हजार वोट के अंतर से धनंजय सिंह चुनाव हार गए थे।

कयास लगाए जा रहे थे कि 2022 के विधानसभा चुनाव में वो बीजेपी के गठबंधन दल से चुनाव में दावेदारी कर सकते हैं, लेकिन बीजेपी ने मल्हनी विधानसभा से केपी सिंह को टिकट दे दिया है। इसके साथ ही धनंजय सिंह के भाजपा या उसके गठबंधन दल से आने के कयास पर विराम लग गया है।

खुद का वोट बैंक है मजबूत
धनंजय सिंह के पिछले कुछ चुनावी नतीजे पर गौर करें तो काफी हद तक चीजें उनके पक्ष में रहती हैं। मल्हनी विधानसभा में उनका खुद का बेस वोट है। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने निषाद पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें 48,141 वोट मिले थे। धनंजय सिंह इस चुनाव में दूसरे नंबर पर थे। सपा के कद्दावर नेता पारसनाथ यादव ने 69,351 वोट पाकर जीत दर्ज की थी। बसपा और भाजपा के प्रत्याशी इस चुनाव में तीसरे और चौथे स्थान पर थे।

टिकट न मिलने की इनसाइड स्टोरी
पूर्व सांसद धनंजय सिंह का सियासत के साथ-साथ अपराध से भी गहरा नाता रहा है। लखनऊ के बहुचर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में उनके ऊपर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित है। कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने उनका क्रिकेट खेलते हुए वीडियो ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा था। इस मामले में यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सफाई दी थी कि यूपी में कानून अपना काम कर रही है।

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