लखनऊ में शनिवार को प्रबुद्ध जन संवाद कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा,’ यूपी को हम गौरवशाली राज्य बनाएंगे, पहले का मंत्री का अपने आप को प्रधानमंत्री समझता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है यूपी को बीमारू राज्य कहा जाता था, अब योगी राज में ऐसा नहीं है ‘ उन्होंने कहा कि मैं मई 2013 में पहली बार यूपी में आया। उससे पहले यूपी को दूर से ही देखता आया था। यहां पर सिर्फ समस्याओं का जनसैलाब था। आज आपके सामने यह कहने के लिए आया हूं कि अगले 5 साल के लिए भाजपा को समर्थन चाहिए। हमें आप अपना समर्थन और आशीर्वाद इसलिए दें। क्योंकि, हमने जो कहा वो किया। 2014 और 2017 में हमारा कुछ भी नहीं था, आपने हमें देखकर एक विश्वास में समर्थन दिया।
अमित शाह ने कहा कि हमने यूपी राजनीतिक स्थिरता दी है। अभी मोदी ने दो ऐसे योजनाओं का उद्घाटन किया, जिनकी उम्र मेरी उम्र से ज्यादा हो गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो वादा किया, उसे पूरी ईमानदारी से निभाया। यूपी में अब बेहतर नेट कनेक्टिविट है। हमने 10 शहरों में मेट्रों की शुरूआत की है। यूपी को 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिले है। यूपी को भाजपा की पहले से बहुत जरूरत थी और आगे भी है। पूरे प्रदेश को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का काम हमने किया।हमने घोषणा पत्र में जो वादा किया, उनमें से 90% वादे हम पूरे कर चुके हैं।
एक बार फिर साथ चाहिए
अमित शाह ने कहा कि 1 नंबर अर्थव्यवस्था देने वाला पहला राज्य यूपी बनेगा। बस आप सब लोगों का साथ चाहिए। आप लोगों ने एक बार हम विश्वास किया। हम भी उस पर खरे उतरे। इस बार फिर से विश्वास कीजिए। यूपी का नजारा बदल देंगे। यूपी में राेजगार बढ़ा है। लोगों की आय दोगुनी हो गई है। यहां के उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।
चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी
इसके बाद रात 8 बजे पार्टी कार्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा संगठन की बड़ी बैठक करेंगे। अवध और पूर्वांचल में पार्टी की चुनाव प्रचार की रणनीति क्या होगी। किन मुद्दों पर माहौल बनेगा और किन मुद्दों पर वोट मांगे जाएंगे? इसी पर चर्चा और रणनीति तय करने के लिए आज की यह अहम बैठक है। खबर है कि इस बैठक मे पार्टी और संगठन के पदाधिकारी आगे के चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे। 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होना है। चौथे चरण से चुनाव पूरी तरह अवध और पूर्वांचल की ओर बढ़ेगा। लिहाजा इन इलाकों में राम मंदिर और धारा-370 की बात होगी।
जातीय समीकरणों को तोड़ने के लिए हिंदुत्व और राष्ट्रवाद
कहा जा रहा है कि जिस तरह पश्चिमी यूपी में भाजपा ने जिन्ना, हिजाब और कानून-व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाया, बुंदेलखंड और रुहेलखंड में सपा को परिवार वाद और गुंडों की पार्टी के नाम पर घेरा। अब अवध और पूर्वांचल के लिए भी मुददे तलाशे जा रहें हैं। इस चौथे, पांचवे, छठवें और 7वें फेज में जातिय समीकरणों को तोड़ने के लिए राष्ट्रवाद और समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों को उछालने पर सहमति बन सकती है।