जरवल/बहराइच। गुजरात व पश्चिम बंगाल के नेताओ की मॉनिटरिंग से इलाकाई भाजपा के दागदार नेताओ की करतूत उजागर हो रही है। जनपद बहराइच की सातों विधान सभा के इलाकाई नेताओ का रिपोर्ट कार्ड ठीक न होने की वजह से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ने इस बार गुजराती प्रयोग कर उत्तर प्रदेश मे कमल खिलाने के लिए कमर कस चुकी है। जिसमे योगी व मोदी का चेहरा ही भाजपा के वोटरों के सामने रखा जा रहा है।
इलाकाई नेताओ पर उठ रहे सवाल”सिंबल”पर हो रहा महासंग्राम
राजनैतिक गलियारों की माने तो कैसरगंज विधान सभा समेत जनपद की सातों सीट पर भाजपा नेताओ के रिपोर्ट कार्ड पर उठ रहे सवाल को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओं तक जब बात पहुँची तभी पार्टी के शीर्ष नेत्तृत्व ने कुछ माह पूर्व ही यूपी मे गुजरात के फार्मूले पर चुनाव करवाने का खाका तैयार किया था जिसे इलाकाई नेता ही नही उनके विधायको भी इसकी सूचना नही थी अब पश्चिम बंगाल व गुजरातियों की कैसरगंज समेत जिले की सातो विधान सभा मे हो रही मॉनिटरिंग व वोटरों से सीधा संवाद ही भाजपा के लिए संजीवनी की तरह काम कर रहा है जबकि पूर्व मे चुने गए इस जनपद के जनप्रतिनिधियों के साथ ही कुछ तथाकथित नेताओ की दागदार छवि भाजपा के सर पर खतरे की घंटी ही बजा रही थी।
गुजरात और पश्चिम बंगाल की मॉनिटरिंग से”कमल”खिलाने का शुरू खेल
जानकारी के मुताबिक नेताओ की दागदार छवि भाजपा के सर पर खतरे की घंटी बजाने का काम कर रही थी। इसी बात के डर से यूपी मे हो रहे विधान सभा के चुनाव मे मोदी व योगी का चेहरा सामने लाना पड़ा अब दलदल से कमल को कैसे ख़िलायगे गुजरात व पश्चिम बंगाल का फार्मूला कितना यहाँ असर डाल पाएगा फिलहाल भविष्य के गर्भ मे है।