पूर्वांचल के जिलों में चुनावी जनसभा को संबोधित करने निकले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर बरसे. जनसभाओं के लिए गोरखपुर से निकलने से पहले नड्डा मीडिया से रूबरू थे. उन्होंने बीजेपी सरकार की पीएम मोदी के नेतृत्व में उपलब्धियों और विकास योजनाओं की चर्चा की. इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश की जनता को समझना होगा कि समाजवादी पार्टी का मुखिया अखिलेश यादव जो आतंकियों को पनाह देता हो, उनके मुकदमे वापस लेने की बात करता हो, वह यूपी को विकास नहीं विनाश के रास्ते पर ले जाएगा.
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया के मंच से अखिलेश यादव को चुनौती दी और कहा कि जो प्रश्न वह गोरखपुर में छोड़े जा रहे हैं उसका जवाब अखिलेश यादव जब गोरखपुर आएं तो मीडिया को जरूर दें. वह यह बताएं कि आखिरकार 2007 में गोरखपुर में हुए सीरियल ब्लास्ट, वाराणसी के संकट मोचन बम ब्लास्ट समेत दिल्ली और ट्रेन हादसों के इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को छोड़ने की सिफारिश उन्होंने 26 अप्रैल 2012 को क्यों की थी? उनका हाथ आतंकियों के साथ क्यों रहता है? जबकि भारतीय जनता पार्टी देश व प्रदेश में विकास की बात करती है.
उन्होंने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि अगर उनका बस चला होता तो गोरखपुर में एम्स की स्थापना नहीं हुई होती. इसीलिए कहा जाता है कि डबल इंजन की सरकार विकास में बड़ी भूमिका अदा करती है. केंद्र की मोदी सरकार जिन योजनाओं को यूपी में लागू करना चाहती है वह योगी आदित्यनाथ की सरकार होने से भली प्रकार लागू हो पा रही हैं नहीं तो गुंडे-माफिया को संरक्षण देने वाली सपा की सरकार इन योजनाओं को धरातल पर उतरने नहीं देती.
जेपी नड्डा ने कोविड-19 को लेकर भी अखिलेश यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस मोदी टीके का अखिलेश यादव और उनके परिवार ने विरोध किया. उसी टीके को लगाकर आज वह सुरक्षित घूम रहे हैं. पूरे देश में लोग टीकाकरण लेकर इस महामारी से बचें और आज मास्क विहीन होकर घूम रहे हैं, जबकि दुनिया के तमाम देश भारत से मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था के बावजूद भी इस महामारी से तबाह हो चुके हैं. उन्होंने जनता से अपील की कि न जात पर न पात पर अपना वोट दीजिए विकास के नाम पर.