शिव भक्तों की आस्था के प्रति बढ़ती उत्सुकता को लेकर शुरू हुआ मेंढक मंदिर को सजाने संवारने का कार्य
लखीमपुर खीरी। नगर क्षेत्र के हृदय स्थल में स्थित अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मण्डूक तंत्र पर बना (शिवालय) मेंढक मन्दिर वर्तमान समय में महाशिवरात्रि पर्व के करीब आने को लेकर शिव भक्तों की आस्था के प्रति बढ़ती उत्सुकता का केंद्र बनता चला जा रहा है। इस मन्दिर के व्यवस्था देख रहे प्रबन्ध तंत्र के द्वारा मन्दिर को श्रद्धालुओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनाने के लिए सजाने संवारने का कार्य कराया जा रहा है। मन्दिर में दर्शनार्थ आने वाले शिव भक्तों को सजाने संवारने के कार्य में लगे लोगों के द्वारा मन्दिर के महिमामयी महत्व के विषय में विवेकानुसार सत्यापित करने का प्रयास किया जा रहा है।
जबकि मन्दिर के पुजारी एवं बागवान तथा अन्य निकटतम कार्यकर्ताओं के द्वारा जन आकांक्षाओं की मिल रही। प्रतिक्रियाओं के अनुसार संसोधन भी करने का काम किया जा रहा है। मन्दिर के अंदर स्थापित प्रमुख रूप से चर्चित रंग बदलता शिवलिंग एवं खड़ी नन्दीश्वर व काल भैरव की मूर्तियां विशेष रूप से जन आकर्षण का केंद्र बनानी की दिशा में भी यथासंभव प्रयास किया जा रहा है। आलोचकों के द्वारा इस मंदिर की जन चर्चाएं समाज मे विभिन्न उदाहरणों की प्राथमिकता के साथ की जा रही है। अतीत से लेकर वर्तमान तक मन्दिर की निगरानी कर रहे मीडिया तंत्र के द्वारा भी मन्दिर को शिवरात्रि के अवसर पर प्रमुख आकर्षण केंद्र के रूप में दर्शाने के लिए अपने-अपने विवेकानुसार प्रयास कर रहे हैं। ऐसा बताया जाता है कि 18 वीं सदी के अंतिम दशक में तात्कालिक राजा बक्श बहादुर सिंह के द्वारा निर्मित कराई गई।
इस संरचना को वर्तमान समय में अत्यंत आकर्षक स्वरूप देने का काम निरन्तर कराया जा रहा है। जनचर्चाओं के अनुसार इस वर्ष का महाशिवरात्रि पूजन विगत वर्षों से बेहतर प्रस्तुत करने ला प्रयास निरन्तर जारी है। पुलिस प्रशासन भी महाशिवरात्रि पर्व को लेकर पूर्व से ही सक्रिय नजर आ रहा है।