
संदना-सीतापुर। गुरूवार को लाखों श्रद्धालुओं का रामादल चौरासी कोशीय परिक्रमा के पथ पर होगा। इसमें शामिल होने के लिए देश के दूर प्रान्तों के लाखों श्रद्धालु परिक्रमा में शामिल होने पहुँचेगे। इस अटूट आस्था वाली परिक्रमा में श्रद्धालुओ को दिक्कतों, अव्यस्थाओ का सामना करना पड़ेगा क्योंकि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी परिक्रमाथियो को पथरीले मार्ग से होकर गुजरना पड़ेगा। परिक्रमा के पहले पड़ाव कोरौना पर पड़ाव की साफ सफाई हेतु सफाईकर्मी लगाए गए है। मार्ग की साफ सफाई करायी जा रही हैं। परिक्रमा के सभी ग्यारह पड़ावो से (कोरौना, हरैया, नगवा कोथावां, गिरधरपुर उमरारी, साक्षी गोपालपुर, देवगवां, मडरूवा, जरिगवा, नैमिषारण्य, कुल्हुवा बरेठी, मिश्रिख) परिक्रमार्थियों को पथरीले मार्ग से होकर गुजरना पड़ेगा। देश विदेश से इस 84 कोशीय परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को इस बार काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले खेतो में किसानों ने कटीले तार लगा दिए है।
जिससे परिक्रमार्थियों को अपना डेरा डालने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। प्रथम पड़ाव के लिए से कम से कम 150 बल्ब की मांग की गई थी लेकिन मौके पर मात्र 28 बल्ब ही पहुंचे है इससे परिक्रमार्थियों को कभी दिक्कतो का सामना करना पड़ेगा ।अब सवाल यह उठता है कि इतने कम बल्ब प्रशासन की तरफ से आये है कि बीच मे घोल माल किया गया है। बताते चले कि दो दिन बाद परिक्रमा शुरू होने वाले है प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है इसके लिए ब्लॉक गोंदलामऊ की तरफ से 128 सफाईकर्मी लगाए गए है।जो पड़ाव स्थल को चमकाने में लगे है।सहायक विकास अधिकारी ऐडिओ मनोज सिंह ने बताया कि 128 कर्मचारी पड़ाव स्थल पर लगाये गए है।जिनकी 5-5 लोगो की टोलियां बनाई गई है।जो कोरौना पडाव और रायपुर सहित अलग अलग स्थानों पर लगाये है।सारी व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है।