
नॉर्थ दिल्ली के सिविल लाइन इलाके में मुख्यमंत्री आवास पर पिछले 33 दिनों से आंगनबाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन की कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी हैं.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि दिल्ली सरकार उनकी सैलरी को दोगुना करे और उन्हें पक्का करे. एक महीने से ज्यादा अर्से तक धरना-प्रदर्शन करने के बाद भी दिल्ली सरकार की ओर से कोई समाधान नहीं किया जा सका है.
सरकार से नाराज आंगनबाड़ी वर्कर्स ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल का पुतला जलाकर रोष व्यक्त किया.

आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार आंगनबाड़ी वर्कर्स की सैलरी डबल नहीं करेगी और उनकी नियुक्तियों को परमानेंट नहीं करेगी तो धरना-प्रदर्शन इसी तरह जारी रहेगा.
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने इससे पहले भी 57 दिनों तक लगातार दिल्ली सरकार के खिलाफ साल 2017 में धरना-प्रदर्शन कर अपनी सैलरी बढ़ाने के लिए लड़ाई लड़ी थी. जिसमें में सालों से ठेके पर काम करने वाले 700 कर्मचारियों को पक्का किया है, लेकिन इस ओर दिल्ली सरकार की नजर नहीं आई है.