नौ से 22 तक चलेगा सक्रिय रोगी खोज अभियान
चिन्हित मरीजों का होगा इलाज
भास्कर न्यूज
बांदा। कोरोना संक्रमण कम होने पर अब जिले में नौ से 22 मार्च तक सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान शुरू होगा। इस अभियान के तहत डोर-टू-डोर टीबी के संदिग्ध लक्षण वाले रोगियों की पहचान की जाएगी। शासन के निर्देश पर इस बार जिले की 20 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है।
टीबी मरीजों का पता लगाने लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर पहुंचेगी। ऐसे मरीजों को चिह्नित करेंगे जिनमें टीबी के लक्षण मिलेंगे। ऐसे मरीजों को चिह्नित करके तत्काल इलाज शुरू कराया जाएगा। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पूरे जनपद में नौ से 22 मार्च तक सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान (एक्टिव केस फाइंडिंग ) चलाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एके श्रीवास्तव ने बताया कि शासन स्तर पर दिए गए निर्देश के क्रम में जिले में नौ मार्च से टीबी रोगियों को खोजने का अभियान शुरू होगा जो 22 मार्च तक चलाया जाएगा। अवकाश के दिन को छोड़कर यह अभियान 10 कार्य दिवस में चलाया जाएगा। इस बार जिले की कुल आबादी की 20 प्रतिशत आबादी की स्क्रीनिंग कर टीबी रोगी की पहचान की जाएगी। अभियान के लिए जिला और ब्लाक स्तर पर 160 टीमों का गठन किया गया है। इनमें 20 टीमें जनपद के शहरी और पांच टीमें अतर्रा व सभी आठ ब्लाकों में काम करेंगी। नरैनी व बिसंडा में 20, अतर्रा, बबेरू, कमासिन, तिंदवारी और बड़ोखर खुर्द में 15-15 तथा जसपुरा व महुआ में 10-10 टीमें कार्यरत हैं। टीमों पर निगरानी को 32 सुपरवाइजर व 11 नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा.संजय कुमार शैवाल ने बताया कि टीम में शामिल आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम घर-घर जाकर दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, बलगम में खून आना, लगातार बुखार रहने आदि लक्षण वाले लोगों को चिह्नित करेगी। जांच में टीबी की पुष्टि होने पर मरीज का 48 घंटे के अंदर घर पर ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा।
जेल और वृद्धाश्रम में भी होगी जांच
दस दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम जनपद की कुल आबादी की 20 फीसद आबादी के शहरी एवं ग्रामीण बस्ती तथा हाई रिस्क क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेगी साथ ही नारी निकेतन, वृद्धा आश्रम, जेल में भी विशेष अभियान चलाकर जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए टीबी के मरीजों की पहचान करेगी वहीं कोरोना से बचाव के लिए लोगों को मास्क लगाने, दो गज की दूरी का पालन करने, सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोने व भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाने का सुझाव देगी। इसके साथ ही कोविड टीका लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा।