बांदा : बस्तियों का भ्रमण कर एनएसएस छात्राओं ने लैंगिक विषमता सर्वेक्षण किया

कोरोना से बचाव और महिलाओं की स्थिति में सुधार की दी जानकारी

बांदा। राष्ट्रीय सेवायोजना पहली, दूसरी और तीसरी इकाई के सात दिवसीय शिविर में दूसरे दिन स्वयंसेवी छात्राओं ने बस्तियों का भ्रमण करते हुए लैंगिक विषमता विषय पर सर्वेक्षण करते हुए लोगों को जागरूक किया। संगोष्ठी में महिलाओं की स्थिति में सुधार की जरूरत बताई।

राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशिष्ट शिविर के दूसरे दिन सोमवार को छात्राओं ने दलित बस्ती, दरी मोहाल, बरी मोहाल एवं अहीर मोहल्ले में जाकर बस्ती के लोगो में कोविड 19 एवं लैंगिक विषमता विषय पर सर्वेक्षण कर जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया। टोली नायक अनुष्का, दीप्ति द्विवेदी, मेघा सविता, प्रतीक्षा, स्वाती यादव, सबीना बानो, अनुराधा, आरजू, उषा ने अपनी टीम के साथ अपनी चयनित बस्तियों में जाकर बातचीत की। स्वयंसेवी छात्राओं की सर्वेक्षणात्मक रिपोर्ट के अनुसार लैंगिक विषमता और पितृसत्ता का प्रभाव आज भी महिलाओं और बालिकाओं की कमतर स्थिति को देखकर स्पष्ट दिखायी देता है।

शिविर के दूसरे सत्र में आयोजित संगोष्ठी में डा.सपना सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में भी महिलाओं की स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ है, इसीलिए शिक्षा, जागरूकता की कमी है। डा.वीरेंद्र प्रताप चैरसिया ने कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक किया।

संचालन कार्यक्रम अधिकारी डा.सबीहा रहमानी, डा.ज्योति मिश्रा डा.अंकिता तिवारी आदि ने किया। राष्ट्रीय सेवा योजना कमेटी सदस्य डा. जयंती सिंह आभार जताया। छात्राओं ने बेटी बचाओं एवं बेटी पढाओ पर नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। 

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