सुलतानपुर। जिले में टीकाकरण के दौरान बच्चों की तबियत बिगड़ने से इलाके में हड़कंप मच गया है। दो दिन पूर्व यहां बल्दीराय थाना क्षेत्र के एक प्राइमरी स्कूल में शिविर लगाकर स्वास्थ्य महकमे ने टीकाकरण अभियान चलाया था। गांव में टीकाकरण से डेढ़ माह के एक शिशु की मौत हो गई है जिससे गांव में हड़कम्प मच गया। इतना ही नहीं ग्रामीणों की मानें तो टीकाकरण के बाद गांव के आधा दर्जन बच्चे बुरी तरह बीमार हैं। जिन्हें बुखार के साथ-साथ इनके पैरों में सूजन आ गई है। हैरत की बात यह कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अब तक कोई स्वास्थ्य अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। हालांकि बल्दीराय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डा0 राजेश ने गांव में स्वास्थ्य टीम भेजकर हालात पर काबू पाने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला बल्दीराय के ग्राम सभा एंजर के कनकपुर प्राइमरी स्कूल में 5 मार्च को टीकाकरण कैंप लगाया गया था। जिसमें एएनएम रूबी और आशा बहू मीरा ने बच्चों को टीके की डोज दिया था। इस बीच टीकाकरण के बाद कनकपुर में कई बच्चों की हालत बिगड़ गई और डेढ़ साल के एक शिशु की मौत हो गयी। लेकिन कोई एक स्वास्थ्य अधिकारी या कर्मचारी गांव में नहीं पहुंचा। आज गांव निवासी वीरेंद्र कुमार के डेढ़ माह के पुत्र रुद्रांश की मौत हो गई। जबकि आकाश (7 माह) पुत्र दीपक कुमार, अंश (5वर्ष) पुत्र जगदीश प्रसाद, रितेश (5वर्ष) पुत्र महेश, आशा डेढ़ वर्ष पुत्री रमेश, रिया (7माह) पुत्री शिव कुमार और लक्ष्मी (7माह) पुत्री राजेंद्र को बुखार के साथ पैर में सूजन आ गई। फिलहाल प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने शव को पोस्टमार्टम में भेजकर जांच शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि बच्चों को पेंटा नाम का टीका लगाया गया था। इस मामले में कनकपुर गांव की रीमा बताती हैं कि मेरी बेटी को टीका लगा था। टीका लगने के बाद से बुखार भी आ रहा है इसके पैर में सूजन है जिससे चल भी नहीं पा रही है। एक अन्य महिला ने बताया कि बेटे को यहंीं गांव के स्कूल में दो दिन पूर्व टीका लगा था। टीका लगने के बाद से बुखार आ रहा है। टीका लगने के बाद से वह चल भी नहीं पा रहा है। एक और महिला बताती है कि मेरे बच्चे को कुछ हुआ नहीं था खेल-कूद रहा था खाना भी खा-पी रहा था। लेकिन जब से टीका लगा है तब से ही उसको बुखार आ रहा था। उसको लेकर वहां गए जहां टीका लगा था तो स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि इसे गैस बनी है। इसको सरकारी अस्पताल लेकर जाओ। हमने कहा कि हम इसको प्राइवेट दिखाएंगे। बच्चे को हमने जब डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर बोले कि चार टीका एक बार में नहीं लगाना चाहिए था। यह सब टीका लगाने के कारण हुआ है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बल्दीराय के चिकित्साधीक्षक डा0राजेश ने बताया कि कनकपुर गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि टीकाकरण से ही बच्चे की मौत हुई है और आधा दर्जन से अधिक बच्चे बुरी तरह बीमार हैं। ग्रामीणों के आरोप पर गांव में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की अगुवाई में स्वास्थ्य टीम भेज दी गयी है। मामला गम्भीर है। गांव पहुंचकर स्वास्थ्यकर्मी इस बात की जांच करेंगे कि बच्चे की मौत किसी कारण से हुई और बीमार बच्चे किस बीमारी के शिकार हैं।