भास्कर ब्यूरो
बिंदकी/फतेहपुर । सातवें चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद तथा तीसरे विश्व युद्ध को लेकर तेल की कीमतों में भारी बढोत्तरी होने की आशंका को देखते हुए तहसील क्षेत्र के चारों तरफ लगे पेट्रोल पंपों में किसानों तथा उपभोक्ताओं की भीड़ एकत्र हो गई, और लोगों ने ड्रमों में तेल भरवाकर डंप करना शुरू कर दिया।
रेट बढ़ने से पहले तेल खरीद कर रख रहे लोग
सोमवार को तहसील क्षेत्र में चारों तरफ संचालित पेट्रोल पंपों पर उपभोक्ताओं की काफी तादात में भीड देखी गई। लगभग एक सप्ताह से फैली अफवाह को लेकर लोगों के बीच यह चर्चा सुनी गई कि जैसे ही सातवें चरण के चुनाव खत्म होंगे देर रात्रि पेट्रोल और डीजल में 15 से लेकर 20 रुपए तक अर्थात सौ के पार की बढ़ोतरी हो जाएगी। इस आशंका के भय से किसान आगामी गेहूं की कतराई एवं मड़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा ड्रमों को लेकर पंप पहुंच गए और तेल को भरवाकर डंप करना शुरू कर दिया।
इतना ही नहीं लोगों के बीच चर्चा यह भी रही कि तीसरे विश्व युद्ध के छिड़ने की तैयारी हो रही है जिसके कारण देश को लाखों करोड़ का नुकसान होगा जिसके चलते पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा मूल्यों में भारी भरकम बढोत्तरी किया जा सकता है। आपको बता दें कि पंपों में किसान के अलावा आम उपभोक्ता भी पीछे नहीं रहे और इन लोगों ने भी कैन, डिब्बे आदि में तेल को भरवाकर डंप करना शुरू कर दिया।
भगवानदीन गयाप्रसाद पेट्रोल पंप के मालिकों से जब यह जानकारी हासिल की गई कि क्या वास्तव में कीमतों में बढोत्तरी होगी तो उन्होंने बताया कि अभी इसकी हमें जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, बल्कि आशंका जाहिर की जा सकती है। सबसे अहम बात तो यह है कि जिन पेट्रोल पंपों में आज तक 5 के एक अर्थात 5 हजार लीटर तेल नहीं बिका, उन पंपों में 25 के एल अर्थात 25 हजार लीटर से भी अधिक तेल की बिक्री हुई जिसे कहावत में कहा जा सकता है कि घूरों के दिन भी बहुरते हैं। अब सवाल यह उठता है कि क्या वास्तव में तेल की भारी भरकम बढोत्तरी होगी, यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।