लखीमपुर खीरी : अग्निकांड से पीड़ित परिवार आज तक सरकारी लाभ पाने से वंचित, आवास सूची से नाम भी कटा

बांकेगंज खीरी सरकार लाख दावे कर ले कि उसके द्वारा आम जनता की सुविधा हेतु चलायी जाने वाली योजना का लाभ उन तक पहुँच रहा है। पर यदि गांव की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की जाए तो सच्चाई कुछ और ही निकल कर आती है। सरकारी योजना का लाभ जिनको मिलना चाहिए उनको न मिल यह योजनायें उन्हे मिल रही हैं, जो इन योजनाओं को प्राप्त करने हेतु ग्राम प्रधान या सेक्रेटरी को थोड़ा-बहुत चढ़ावा चढ़ाते हैं। जिसके पास देने के लिए कुछ नहीं है तो वह इन योजनाओं से वंचित रह जाते हैं जिसकी बानगी बांकेगंज के तिलकपुर गांव में देखने को मिली है। 

  बांकेगंज की ग्राम पंचायत ग्रन्ट नम्बर 11 के गांव तिलकपुर में लगी आग ने दो परिवारों का सब कुछ छीन लिया। यहां तक कि जो कपड़े शरीर पर पहने हुए थे केवल वही बचे हैं। परिवार का तो यह यह हाल है कि यदि रोज मजदूरी न करें तो घर का खर्च चलना मुश्किल हो जायेगा । इंदिरा देवी परिवार की मुखिया हैं , जिनके 3 बेटे हैं । सभी का विवाह हो चुका है और उनका एक बेटा बाहर रहता है जबकि 2 बेटे साथ ही मेें रहते हैं, जिनके छोटे-छोटे बच्चे हैं । सभी लोग अभी तक छप्पर के नीचे ही निवास करते थे लेकिन बिजली के खम्भे से उठी चिन्गारी से आग लगने के बाद अब तिरपाल डाल कर खुले आसमान से बचाव कर रहे हैं। 

  परिवार ने बताया कि उनका नाम आवास की सूची में था। लेकिन, बाद में उनका नाम आवास सूची से हटा दिया गया। यहां तक की पूर्व ग्राम प्रधान लालता प्रसाद से शौचालय के लिए भी कई बार कहा किंतु आज तक शौचालय का भी लाभ ना मिला । यदि राशन कार्ड की बात की जाए तो सिर्फ परिवार में इंदिरा देवी के पास ही राशन कार्ड है। जिस पर उन्हें एक यूनिट के रूप में 5 किलो अनाज ही मिल पा रहा है । जबकि, उनके दोनों बेटे अरूण व सूरज के विवाह के बाद भी उनका राशन कार्ड नहीं बन पाये। फिलहाल गरीबी के हालात में आग से जो नुकसान हुआ है उससे परिवार सदमें में है । 

यदि आग का कारण बिजली का खम्भा रहा है, तो उसकी जांच करवायेंगे। मौके पर जेई को भेजा जायेगा और मुआवजे के लिए प्रयास किया जायेगा।
एन.मनोजएसडीओ, विद्युत उपकेन्द्र, मैलानी। 

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