पुष्कर में अंतरराष्ट्रीय होली फेस्टिवल में देशी- विदेशी पर्यटक जमकर थिरक रहे हैं। रविवार रात पारम्परिक लोक गीतों पर गैर नृत्य के आयोजन में भी खासा उत्साह देखा गया। फेस्टिवल 8 से 17 मार्च तक आयाेजित किया जा रहा है। इसमें दुनिया भर के कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत रहे हैं।
दरअसल, दो साल कोविड के कारण फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया गया था। इस बार हो रहे आयोजन में कला और संस्कृति के रंग रोजाना देखने को मिल रहे हैं। स्थानीय युवाओं के साथ पर्यटक भी अपने आपको इसमें शामिल होने से रोक नहीं पा रहे हैं।
रविवार को ढोल और चंग की थाप पर स्थानीय युवक व विदेशी विदेशी पर्यटक जमकर थिरकते नजर आए। वहीं, कस्बे के युवाओं ने चंग की धुन पर फाग के पारंपरिक लोक गीत गाए। होली उत्सव के दौरान विदेशी सैलानियों की बीते दिनों की अपेक्षा अधिक संख्या देखी जा रही है।
स्थानीय व्यापारियों के चहरे भी खिले हैं। दो साल से मंद पड़े पुष्कर के पर्यटन व्यवसाय के लिए पुष्कर होली फेस्टिवल नई उम्मीद जगा रहा है। ला बेला होली मंडल के संयोजक आशुतोष शर्मा ने बताया 17 मार्च तक राजस्थानी ढोल, सिंधी ढोल, नासिक ढोल वादक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। 17 मार्च की रात होलिका दहन किया जाएगा।
इसमें कस्बे के सभी परिवार सामूहिक रूप से पूजा करेंगे। 18 मार्च को सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक वराह घाट चौक में डीजे की धुन पर विश्व प्रसिद्ध होली खेली जाएगी।
गरिमा बनाए रखने की अपील
पर्यटकों की बढ़ती तादात को देखते हुए ला बेला होली मंडल ने पर्यटकों से तीर्थ के अनुरूप व्यवहार करते हुए मर्यादा बनाए रखने की अपील की है । वहीं पुष्कर में 25 हजार देशी विदेशी पर्यटकों के पुष्कर होली महोत्सव में शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है । पर्यटकों को लेकर स्थानीय पुलिस महकमा भी अब सजग नजर आने लगा है। फेस्टिवल के दौरान जिला पुलिस की ओर से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया है।