अमित कुमार बने जिला मीडिया प्रभारी, गुरूजनों ने जताया आभार
जिला विज्ञान क्लब द्वारा बाल सृजनात्मक एवं नवप्रवर्तन कार्यशाला का जीआईसी में हुआ आयोजन
सीतापुर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश के नवप्रवर्तन केंद्र के तत्वाधान में सीतापुर जनपद में नव प्रवर्तकों को चिन्हित कर उन्हें सम्मानित कराने के उद्देश्य से बाल सृजनात्मक एवं नवप्रवर्तन दिवस कार्यशाला वैज्ञानिक व्याख्यान व मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन जिला विज्ञान क्लब सीतापुर के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ क्लब के उपाध्यक्ष एवं मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा ने किया।
कार्यशाला में उपस्थित बाल वैज्ञानिकों नवप्रवर्तकों तथा शिक्षक शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए अक्षत वर्मा ने आह्वान किया कि अपने आसपास की समस्याओं पर दृष्टि डालते हुए उनका हल खोजने की प्रवृत्ति विकसित करना ही नवाचार और नवप्रवर्तन का आधार है। विज्ञान शिक्षक शिक्षिकाओं को तृणमूल स्तर पर नवप्रवर्तन हेतु सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करने का कार्य करना चाहिए। नवप्रवर्तन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अनूप कुमार तिवारी ने बाल विज्ञानियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जिस प्रकार आवश्यकताओं की जननी अविष्कार होती है उसी प्रकार प्रतिकूलता से निपटने की प्रवृत्ति नवाचार उत्पन्न करती है। अतः यह आवश्यक नहीं कि कोई विज्ञान विषय का छात्र छात्रा अथवा शिक्षक शिक्षिका ही नवाचार के लिए उत्तरदायी होगा। अतिथियों का स्वागत उपप्रधानाचार्य डा0 नरेन्द्र सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन जिला विज्ञान क्लब समन्वयक डॉ योगेश दीक्षित किया चंद्र दीक्षित ने किया।
व्याख्यान सत्र में युवराजदत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर के भौतिक शास्त्र के विभागाध्यक्ष इष्टविभु ने विभिन्न क्षेत्रों में अब तक हुए नवाचार के प्रयासों एवं नवप्रवर्तन को रेखांकित करते हुए व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि नवाचार अथवा नवप्रवर्तन के लिए विज्ञान विषय का पढ़ना आवश्यक नहीं है इसके लिए सिर्फ आपका वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना ही बहुत है। उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कल कारखानों में काम करने वाले बिना पढ़े लिखे मकैनिक शिल्पकार मिस्त्री आदि भी नवप्रवर्तन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं किंतु उनका योगदान व उनका नवाचार समाज में नहीं आ पाता। कृषि विज्ञान केंद्र कटिया के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दयाशंकर ने कृषि के क्षेत्र में नवाचार की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए आव्हान किया कृषि क्षेत्र से न सिर्फ रोजगार बल्कि अनुसंधान में भी अपार संभावनाएं हैं जिनके लिए नवप्रवर्तन एक सशक्त माध्यम हो सकता है। जिला विज्ञान क्लब समन्वयक डॉ योगेश दीक्षित ने इस अवसर पर जिला विज्ञान क्लब द्वारा लोकप्रियकरण एवं नवाचार के क्षेत्रों में किए जाने वाले प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा छोटी-छोटी बातों से ही हम अपना सहयोग तथा अंशदान नवप्रवर्तन के क्षेत्र में दे सकते हैं।
उन्होंने प्रयोग किए जाने के उपरान्त फेंके गए पुष्पों द्वारा बायो एंजाइम बनाने की प्रक्रिया को समझाया। इस अवसर पर आयोजित मॉडल प्रदर्शनी में सीतापुर जनपद के लगभग 28 विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। उप प्रधानाचार्य फूलचंद ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। भौतिक शास्त्र के विभागाध्यक्ष इष्टविभु डीपी वर्मा मेमोरियल के जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ केके गंगवार व उच्च प्राथमिक विद्यालय हरगांव की सुबोध मान ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में वरिष्ठ प्रवक्ता वीरेश कुमार सिंह रवि कुमार सक्सेना तथा एनसीसी ऑफिसर खान शादाब जमीर बीआरसी मिश्रिख के नवीन शुक्ला श्रद्धा पांडे अजीत कुमार और दीपक राज ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटस् का योगदान सराहनीय रहा।