नई दिल्ली
Agusta-Westland चॉपर डील में पूर्व नेशनल ऑडिटर शशिकांत शर्मा और पूर्व एयर वाइस मार्शल जसबीर सिंह पनेसर को सीबीआई के मुकदमों का सामना करना पड़ेगा. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है. जांच एजेंसी ने पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG)और रक्षा सचिव रहे शशिकांत शर्मा और पूर्व एयर वाइस चीफ जसबीर सिंह पनेसर के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए रक्षा मंत्रालय से अनुरोध किया था. अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले में सीबीआई ने पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है.
शशिकांत शर्मा साल 2003 और 2007 के बीच रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव (वायु) थे और 2011-13 में रक्षा सचिव रहे और उसके बाद 2013-2017 तक ऑडिटर रहे.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने 3,700 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा और भारतीय वायुसेना के चार कर्मियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. सीबीआई ने शर्मा के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आरोप पत्र दायर किया.
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने तत्कालीन वायु सेना उप प्रमुख जसबीर सिंह पनेसर (अब सेवानिवृत्त), उप मुख्य परीक्षण पायलट एसए कुंटे, तत्कालीन विंग कमांडर थॉमस मैथ्यू और ग्रुप कैप्टन एन संतोष का भी आरोपी के तौर पर नाम लिया है. कुंटे और संतोष एयर कमोडोर के पद से सेवानिवृत्त हुए. यह कथित घोटाला अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद से जुड़ा है.
सीबीआई के विशेष जांच दल ने 2016 में इस मामले को अपने हाथ में लिया था और 1 सितंबर, 2017 को पूर्व एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी और 11 अन्य के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर की गई थी.